साइरस मिस्त्री की गाड़ी के साथ आखिर हुआ क्या था? तस्वीरों ने उजागर किया एक्सीडेंट स्पॉट का डरावना सच

मुंबई. महाराष्ट्र के पालघर में सूर्या नदी पर बना पुल एक बार फिर चर्चा में है। यहां 4 सितंबर को दोपहर 3.15 बजे टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री (Cyrus Mistry died in road accident) की एक कार एक्सीडेंट में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। उन्‍होंने इस हादसे को लेकर डीजीपी से बात भी की और इस सड़क दुर्घटना की विस्तृत जांच करने को कहा है। बता दें कि रविवार को मिस्त्री (54) अपनी मर्सिडीज कार से अहमदाबाद से मुंबई लौट रहे थे। सूर्या नदी पर बने पुल से गुजरते समय उनकी कार डिवाइडर से टकरा गई थी। हादसे में मिस्त्री और जहांगीर पंडोल की मौके पर ही निधन हो गई थी। उनके साथ कार में सवार अनायता पंडोल और उनके पति दरीयस पंडोल घायल हो गए थे। उन्हें वापी (गुजरात) में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस जगह यह हादसा हुआ, एरिया पहले भी एक्सीडेंट के लिए बदनाम रहा है। इस हादसे को लेकर कइ सवाल उठ रहे हैं। हादसे को लेकर दो बड़े मुद्दे सामने आए हैं। पहला-बारिश में रोड खराब होना, दूसरा-पीछे की सीट पर बैठे लोगों का सीट बेल्ट न पहनना। पढ़िए पूरी डिटेल्स...

Amitabh Budholiya | Published : Sep 5, 2022 4:07 AM IST / Updated: Sep 05 2022, 09:50 AM IST
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साइरस मिस्त्री की गाड़ी के साथ आखिर हुआ क्या था? तस्वीरों ने उजागर किया एक्सीडेंट स्पॉट का डरावना सच

जिस मर्सिडीज कार के एक्सीडेंट में साइरस मिस्त्री की मौत हुई है, उसे डॉ.अनायता पंडोले चला रहीं थीं। पुलिस के अनुसार डॉ.अनायता पंडोले ड्राइविंग सीट पर थीं। उनके पति दरीयस पंडोले अगली सीट पर थे। जबकि भाई जहांगीर दिनशा पंडोले व साइरस मिस्त्री पिछली सीट पर बैठे थे। सोशल मीडिया पर जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं, उनमें घटनास्थल पर रोड खराब दिखाई दे रही है। साइड में कीचड़ है। ऐसे में गाड़ी के फिसलने के पूरे चांस होते हैं।

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ओवरटेक करने से गाड़ी का संतुलन बिगड़ा, पीछे बैठे लोग सीट बेल्ट नहीं लगाए थे:  गाड़ी की स्पीड 100 किमी/घंटा बताई जाती है। कार डिवाइडर से टकराई थी। इससे पीछे की सीट पर बैठे साइरस मिस्त्री और उनके को-पैसेंजर जहांगीर पंडोले दोनों की मौत हो गई। उन दोनों ने सीट बेल्ट नहीं लगा रखी थी। बता दें कि कार में पीछे बैठने वालों की जानें बच सकती हैं कि अगर सीट बेल्ट का इस्तेमाल हो। हालांकि अभी सस्ती गाड़ियों में पीछे सीट बेल्ट नहीं होता है। फरवरी, 2022 को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कार कंपनियों को गाड़ी में बैठने वाले सभी यात्रियों के लिए ‘थ्री-पॉइंट’ सीट बेल्ट मुहैया कराना अनिवार्य कर दिया है।

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सूर्या नदी पुल को एक्सीडेंटल स्पॉट माना जाता है: एक यूजर ने पिछले दिनों एक वकील की एक्सीडेंट में हुई मौत का जिक्र करते हुए tweet किया-मनोर से पालघर रूट के घाटों पर वकील की मौत हो गई। उसकी कार एक ट्रक से टकरा गई। सूर्या नदी एक दुर्घटनास्थल है। यहां बहुत सारी दुर्घटनाएं हुई हैं। मुझे नहीं लगता कि कोई(मिस्त्री की मौत) गड़बड़ी(साजिश) है। बता दें कि 2020 में सड़क हादसों में 1.54 लाख लोगों की मौत हुई, जिनमें ज्यादातर युवा थे।

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रिटायर्ड IPS सत्येंद्र गर्ग(@satyendragarg62) ने tweet किया-सड़क दुर्घटना में हर मौत बेहद दर्दनाक होती है। हाईवे पर बड़ी संख्या में होने वाली मौतों को सीट बेल्ट लगाकर रोका जा सकता है। सायरस मिस्त्री हाईवे दुर्घटना में सामने वाले यात्री घायल होने के कारण बाल-बाल बचे, जबकि सुरक्षित पीछे की सीट पर बैठे यात्रियों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
 

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यह एक यूजर आदित्य (@Aditya_Ojha9) ने लिखा- सड़क की स्थिति दयनीय और निराशाजनक है, कतई सुरक्षित नहीं। बहुत सारे गड्ढों के साथ अचानक पानी से भरा गड्ढे में टायर फटा होगा। सड़क की दयनीय स्थिति के कारण आप 1 लेन में गाड़ी नहीं चला सकते। टर्मैक-tarmacs (सड़कों या अन्य बाहरी क्षेत्रों की सतह के लिए उपयोग की जाने वाली सामग्री, जिसमें टार के साथ मिश्रित टूटे हुए पत्थर शामिल हैं।) ढीले हैं और असमान कारें निश्चित रूप से स्किड होंगी

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फाइनेंस और इकोनोमिक्स प्रोफेसर हेमंत पटेल(@hemant_patel_ca) ने ट्वीट किया- स्किड के निशान( skid marks) नहीं होने से पता चलता है कि टक्कर के समय कार रुक गई थी। यानी कार के कहीं अन्य जगह हिट, डायवर्ट या टम्बल(लुढ़कने) के लिए नहीं जगह नहीं थी। वो आगे नहीं बढ़ सकती थी। मतलब गाड़ी की सारी एनर्जी एक ही जगह पर रुकी रही। कार 100 किमी/घंटा की स्पीड से 1,400 G फोर्स(gravitational force equivalent) के साथ उत्तर में होगी।

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आखिर हुआ क्या था? डॉ.अनायता पंडोले, मुंबई की मशहूर चिकित्सक हैं। वह देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की सुप्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं। अनायता, देश के जाने माने अस्पताल ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में गायनेकोलॉजिस्ट हैं। अनायता पंडोले (55) और साइरस मिस्त्री (54) के पारिवारिक संबंध काफी गहरा है। अनायता पंडोले, उनके पति दरीयस पंडोले (60) और उनके भाई जहांगीर दिनशा पंडोले (60+)व मशहूर बिजनेसमैन साइरस मिस्त्री एक ही साथ अहमदाबाद गए थे। पारसी मंदिर अहमदाबाद में दर्शन के बाद सभी चारों लौट रहे थे।  तभी यह हादसा हुआ था। यह भी पढ़ें-कौन हैं साइरस मिस्त्री की कार चला रही महिला, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कैसे हुआ एक्सीडेंट...

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मिस्त्री जिस मर्सिडीज कार में थे, उसका नंबर MH-47-AB-6705 है। पालघर के एसपी बालासाहेब पाटिल ने बताया कि साइरस मिस्त्री का एक्सीडेंट रविवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे अहमदाबाद से मुंबई के रास्ते में सूर्या नदी पुल पर हुआ।

यह भी पढ़ें-Tata Group के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री का निधन, रोड एक्सीडेंट के समय चार लोग थे गाड़ी में, देखें लिस्ट

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