निर्भया से दरिंदगी करने वाले दोषियों की फांसी टल सकती है, इन 2 वजहों से बना सस्पेंस
नई दिल्ली. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के चारों दोषियों को डेथ वारंट जारी किया है। 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी देने का वक्त तय किया गया है। लेकिन इसी दिन चारों दोषियों को फांसी दी जाएगी, इसपर सस्पेंस बना हुआ है, ऐसा इसलिए क्योंकि चारों में से कुछ ने क्यूरेटिव पिटीशन लगाई है तो कुछ ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका, जिनपर अभी फैसला आना बाकी है।
Asianet News Hindi | Published : Jan 10, 2020 1:46 PM IST / Updated: Jan 10 2020, 07:30 PM IST
दोषी विनय ने लगाई है क्यूरेटिव पिटीशन : निर्भया के चारों दोषियों में से विनय शर्मा क्यूरेटिव पिटीशन लगाई है। बाकी दो दोषियों अक्षय ठाकुर और पवन कुमार ने अभी तक क्यूरेटिव पिटीशन नहीं लगाई है। वहीं दोषी विनय कुमार ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका भेजी है, बाकी तीनों ने दया याचिका नहीं लगाई है।
निर्भया की मां ने कहा- फांसी पर लटकते हुए देखना चाहती हूं : फांसी की तारीफ तय होने के बाद निर्भया की मां ने खुशी जताई थी। उन्होंने कहा, मैंने सात साल तक इस वक्त का इंतजार किया है। अपनी बच्ची के दोषियों को फांसी पर लटकते हुए देखना चाहती हूं। इसके लिए मैं जेल प्रशासन से बात करूंगी।
निर्भया के साथ क्या हुआ था? : दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका बस स्टॉप पर 16-17 दिसंबर 2012 की रात पैरामेडिकल की छात्रा अपने दोस्त को साथ एक प्राइवेट बस में चढ़ी। उस वक्त पहले से ही ड्राइवर सहित 6 लोग बस में सवार थे। किसी बात पर छात्रा के दोस्त और बस के स्टाफ से विवाद हुआ, जिसके बाद चलती बस में छात्रा से गैंगरेप किया गया। लोहे की रॉड से क्रूरता की सारी हदें पार कर दी गईं।
छात्रा के दोस्त को भी बेरहमी से पीटा गया। दोनों को महिपालपुर में सड़क किनारे फेंक दिया गया। पीड़िता का इलाज पहले सफदरजंग अस्पताल में चला, सुधार न होने पर सिंगापुर भेजा गया। घटना के 13वें दिन 29 दिसंबर 2012 को सिंगापुर के माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में छात्रा की मौत हो गई।
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने निर्भया के चारों दोषियों को डेथ वारंट जारी किया है। 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी देने का वक्त तय किया गया है।