घेरकर ले ली जान, जला दिए घर...ऐसी हैं दिल्ली हिंसा की खौफनाक तस्वीरें
नई दिल्ली. सीएए विवाद पर दो गुटों (मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पक्ष और विपक्ष के दो गुट) में पत्थरबाजी का आज तीसरा दिन है। हिंसा में 7 लोगों की मौत हो चुकी है। पत्थरबाजी के दौरान ड्यूटी पर तैनात हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल की गोकुलपुरी में मौत हो गई। आईपीएस एसोसिएशन ने शोक जताते हुए कहा कि रतनलाल ने अपना कर्तव्य पूरी निष्ठा से निभाया। इस दौरान कर्तव्य के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है। बता दें कि दिल्ली हिंसा पर अमित शाह की अध्यक्षता में हाई लेवल मीटिंग हुई। उसमें केजरीवाल भी शामिल हुए।
Asianet News Hindi | Published : Feb 25, 2020 7:41 AM IST / Updated: Feb 27 2020, 10:39 AM IST
दिल्ली हिंसा की तस्वीरें।
दिल्ली हिंसा पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, स्थानीय पुलिस के पास एक्शन की पावर नहीं है। वे एक्शन के लिए ऊपर से आदेश का इंतजार कर रहे होते है।
कैसे हुई हिंसा की शुरुआत- शाहीनबाग में सीएए के विरोध में करीब 2 महीने से ज्यादा वक्त से महिलाएं प्रदर्शन कर रही हैं। रविवार की सुबह कुछ महिलाएं जाफराबाद मेट्रो स्टेशन के बाहर भी विरोध प्रदर्शन किया। दोपहर होते-होते मौजपुर में भी कुछ लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। शाम को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, वह दिल्ली में दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे। वे भी अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतर आए हैं। उन्होंने लिखा, सीएए के समर्थन में मौजपुरा में प्रदर्शन। मौजपुर चौक पर जाफराबाद के सामने। कद बढ़ा नहीं करते। एड़ियां उठाने से। सीएए वापस नहीं होगा। सड़कों पर बीबियां बिठाने से।' भाजपा समर्थकों के सड़क पर उतरने के बाद मौजपुर चौराहे पर ट्रैफिक दोनों तरफ से बंद हो गया है। समर्थन में लोग सड़कों पर बैठ गए हैं। इसी दौरान सीएए का विरोध करने वाले और समर्थन करने वाले दो गुटों में पत्थरबाजी हुई। यहीं से विवाद की शुरुआत हुई।
दिल्ली हिंसा में सबसे ज्यादा गोकुलपुरी, भजनपुरा, मौजपुर जाफराबाद इलाके प्रभावित हैं। (शाहरुख नाम का शख्स फायरिंग करते हुए)
दिल्ली के मौजपुर में भीड़ ने एक घर को आग के हवाले कर दिया।
दिल्ली के भजनपुरा में उग्र भीड़ ने पथराव किया।
दिल्ली हिंसा पर अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की सीमा को सीज करने की मांग की।
दिल्ली हिंसा : फायर सर्विस सूत्रों के अनुसार, रात में दिल्ली सर्विस के पास 350 से ज्यादा कॉल आईं। इसमें लगभग 30 से 35 कॉल ऐसी थी जो आगजनी की घटना से संबंधित थी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, सोमवार दिन में मौजपुर, कर्दमपुरी चांद बाग, भजनपुरा, करावल नगर आदि इलाकों में ज्यादा हिंसा हुई।
हिंसा के दौरान पुलिसवालों पर भी पथराव हुआ। पुलिसकर्मियों से उनके सरकारी पिस्टल भी लूट ली गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 4 सरकारी पिस्टल गायब होने की खबर है।
हिंसा और आगजनी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने सोमवार शाम को पूरे उत्तर पूर्वी जिले में धारा 144 लगा दिया था।
दिल्ली में बढ़ती हिंसा की वजह से राज्य के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि 25 फरवरी को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।
दिल्ली हिंसा में कई गाडि़यों को फूंक दिया गया।
मंगलवार की सुबह से मौजपुर, बाबरपुर और जाफराबाद इलाके में पथराव की घटना रूक-रूक कर सामने आई।
दिल्ली हिंसा में एक डीएसपी समेत सैंकड़ों लोग घायल हैं। हिंसा को कंट्रोल करने के लिए पुलिस के जवानों ने आंसू गैस के गोले दागे।
दिल्ली में तीन दिनों से हिंसा हो रही है। अमित शाह ने आज हाई लेवल मीटिंग ली।
दिल्ली हिंसा पर सिसोदिया ने कहा, स्कूलों में परीक्षा रद्द की जाती है।
मौजपुर में उपद्रवियों ने ट्रक को आग लगा दी।
भजनपुरा में भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया।
भजनपुरा में प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की। सड़क पत्थर से पट गई।
पुलिस नेउपद्रवियों को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे।
IPS एसोसिएशन ने क्या कहा ? - IPS एसोसिएशन ने ट्वीट किया, यह राष्ट्र की सेवा में कर्तव्य को ऊपर रखने का एक बड़ा उदाहरण है।
1998 में ज्वाइन किया था दिल्ली पुलिस- दिल्ली के गोकुलपुरी थाना क्षेत्र के मौजपुर में पत्थरबाजी में घायल हुए पुलिसकर्मी हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल ने 1998 में दिल्ली पुलिस ज्वॉइन किया।
रतनलाल राजस्थान के सीकर जिले के रहने वाले थे। बतौर कॉन्स्टेबल उन्होंने पुलिस ज्वॉइन किया।
IPS एसोसिएशन ने मृतक के आत्मा की शांति की प्रार्थना की है। कहा है कि उनके परिवार को इस अपूरणीय क्षति को सहन करने का साहस मिले।
घटना के वक्त रतन लाल एसीपी/गोकलपुरी के कार्यालय में तैनात थे। (रतनलाल का परिवार)