21 दिन के लॉकडाउन का पहला दिनः थम गई मायानगरी; सड़के सुनसान घरों में कैद हुई जिंदगी
मुंबई. कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए आज यानी बुधवार से देशभर को लॉकडाउन कर दिया गया है। वहीं महाराष्ट्र में लॉकडाउन का पहला दिन तो कर्फ्यू का दूसरा दिन है। दरअसल महाराष्ट्र सरकार ने 24 मार्च से महाराष्ट्र में कर्फ्यू लागू कर दिया है। वहीं, 25 मार्च से केंद्र सरकार ने लॉकडाउन कर दिया है। जिसके कारण बुधवार को हमेशा भागने वाला शहर मुंबई की हालत कुछ अलग ही रही। आपको बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे अधिक 116 है। जबकि 3 लोगों की मौत भी हो चुकी है। हालांकि राहत भरी खबर यह है कि इसमें 14 से ज्यादा लोग नेगेटिव स्टेज पर हैं।लेकिन अभी तक इन्हें डिस्चार्ज नहीं किया गया है। बुधवार को सांगली से पांच कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। ये सभी एक ही परिवार से हैं। वहीं, राज्य सरकार का दावा है कि कोरोना का असर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है। तस्वीरों में देखिए कैसे थम गई मुंबई...
लॉकडाउन लागू किए जाने के बाद मुंबई का यह रेलवे स्टेशन विरान पड़ा हुआ है। आम दिनों में स्टेशन पर पैर रखने भर की जगह नहीं होती थी। वहीं, ट्रेनों का परिचालन भी 14 अप्रैल तक बंद कर दिया गया है।
कोरोना के कहर को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने कर्फ्यू लागू किया है। जिसका पालन कराने के लिए महाराष्ट्र पुलिस लगातार कदम उठा रही है।
मुंबई के बीच पर हमेशा भीड़ नजर आता था। लेकिन लोगों को घरों में रहने का निर्देश दिया गया है। जिसके बाद यह समुंद्र का किनारा रेगिस्तान बन गया है।
कोरोना वायरस के असर को देखते हुए सबकुछ बंद कर दिया गया है। इसी क्रम में महाराष्ट्र का यह मंत्रालय है जहां सन्नाटा पसरा हुआ है।
मुंबई की लोकल ट्रेनों में आने-जाने के लिए लोगों को धक्के खाने पड़ते थे। लेकिन ट्रेनों की आवाजाही बंद कर दी गई है। जिसके बाद खाली ट्रेन का यह दृश्य।
मुंबई का यह मरीन बीच हमेशा पर्यटकों से भरा होता था। लेकिन लॉकडाउन किए जाने के बाद सबुकछ बंद कर दिया गया है। पूरे राज्य यदि बहुत जरूरी नहीं है तो किसी को भी बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
मुंबई की यह सड़क हमेशा राहगीरों से भरी होती थी। लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण कर्फ्यू और लॉकडाउन दोनों जारी है। जिसके कारण सड़कों पर पसरा सन्नाटा यह साफ जाहिर करता है कि किस कदर कोरोना का प्रकोप तेज होता जा रहा है। जिससे बचने के लिए सोशल डिस्टेंसिग ही एक मात्रा रास्ता है।
लॉकडाउन किए जाने के बाद हमेशा भागने वाला सपनों का शहर मुंबई का पहिया एकदम से थम गया है। हमेशा बाहर दिखने वालों घरों में कैद हैं।
लॉकडाउन किए जाने के बाद मुंबई शहर में सारे काम ठप्प हो गए हैं। मजदूरों को भी घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है।
हमेशा लोगों से गुलजार रहने वाले पार्क भी इस समय खाली हैं। लोग अपने घरों में कैद हैं। महाराष्ट्र में जिस प्रकार तेजी से संक्रमण फैल रहा है उसको रोकने के लिए लोगों के पास एक मात्र रास्ता है और वह है घरों से बाहर नहीं निकलना।
लॉकडाउन किए जाने के बाद मायानगरी की यह प्रमुख सड़क रेगिस्तान जैसी नजर आ रही है।
मुंबई का यह होटल ताज भी एकदम विरान पड़ा हुआ है।
लॉकडाउन किए जाने के बाद लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं।
मुंबई की सड़कों पर पसरा सन्नाटा यह साफ जाहिर करता है कि लोग लॉकडाउन और कर्फ्यू का किस कदर पालन कर रहे हैं।
मुंबई में हमेशा पर्यटक नजर आते थे। लेकिन पहले सभी विदेशी उड़ानों की आवाजाही रोकने के बाद अब लॉकडाउन कर दिया गया है। जिससे लोग कहीं भी आ जा नहीं पा रहे हैं।
मुंबई में लॉकडाउन के बाद पसरा सन्नाटा। लोगों को ऐसा माहौल पहली बार देखने को मिल रहा है। जब 24 घंटे दौड़ने वाली मुंबई एकदम से थम गई है।