श्रीनगर. जम्मू कश्मीर में सोमवार को आतंकियों ने कश्मीरी पंडित सरपंच की हत्या कर दी। इस घटना ने एक बार फिर कश्मीरियों पंडितों पर अत्याचार के जख्मों को हरा कर दिया। कश्मीरी हिंदुओं को 90 के दशक में जान बचाने के लिए पलायन करना पड़ा था। लेकिन उनका उत्पीड़न आज भी हो रहा है। कश्मीरी हिंदुओं पर हुआ हत्याचार एक ऐसी कड़वी सच्चाई है, इसे कोई चाहकर भी नहीं भुला सकता। लोगों को जान बचाने के लिए कश्मीर में घर संपत्ति सब रातों रात छोड़ना पड़ा था। अपनी आंखों के सामने हुए इस बर्बरता, लोगों को जिंदा जलते हुए देखा, इन घटनाओं को भले ही 30 साल हो गए। लेकिन अत्याचार का एक मामला सामने आते ही ये सब यादें फिर से ताजा हो जाती हैं।