5- 1959: मैकमोहन रेखा को मानने से इंकार किया
1914 में ब्रिटेन, चीन और तिब्बत के बीच मैकमोहन लाइन तय हुई थी। तत्कालीन विदेश सचिव सर हेनरी मैकमोहन ने ब्रिटिश इंडिया और तिब्बत के बीच 890 किमी लंबी सीमा खीची थी। मैकमोहन रेखा में अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा बताया गया था। चीनी राष्ट्रपति झोऊ इन लाई ने 1959 में जवाहर लाल नेहरू को लिखे पत्र में कहा कि वह मैकमोहन रेखा को नहीं मानता। चीन ने दावा कि अरुणाचल तिब्बत का दक्षिण हिस्सा है और तिब्बत पर उसका कब्जा है, इसलिए अरुणाचल भी उसका है। लेकिन भारत ने साफ कर दिया कि ब्रिटिश काल में जो तया हुआ था, भारत उसे ही मानेगा। (भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और चीन के पहले राष्ट्रपति झोऊ इन-लाई। )