चेन्नई(Chennai). तमिलनाडु के पुदुक्कोट्टई जिले में रविवार(8 जनवरी) को सांडों को काबू में करने वाला खेल जल्लीकट्टू(Jallikattu') का साल का पहला आयोजन धूमधाम से शुरू हुआ, जिसमें युवाओं की सक्रिय भागीदारी देखी गई। पुदुक्कोट्टई के थाचनकुरिची गांव में सुबह से ही खेल के मैदान में एक के बाद एक 300 से अधिक सांड छोड़े गए। सांडों पर हावी होने के लिए सांडों को काबू में करने वाले 500 से अधिक महारथियों (tamers) सांडों के बीच होड़ मच गई। दिल दहलाने वाला मौत का यह खेल तमिलनाडु में एक प्राचीन परंपरा है। यह 2000 साल से खेला जा रहा है। इस खेल में भीड़ बेकाबू और गुस्सैल सांडों को पकड़कर उन्हें गिराने की कोशिश करते हैं। तमाम कोशिशों के बावजूद इस खेल पर पाबंदी नहीं लग पाई है। सुप्रीम कोर्ट ने इसे रोकने की कोशिश की, तो सरकार ने जनता के आगे झुककर इसे फिर से चालू करा दिया। 2021 में राहुल गांधी जल्लीकट्टू देखने तमिलनाडु पहुंचे थे। पढ़िए पूरी डिटेल्स...