जल्लीकट्टू को तमिलाडु के गौरव और संस्कृति का प्रतीक माना जाता है। इस खेल में हजारों सांडों को मैदान में लड़ाई के लिए उतारा जाता है। भीड़ उनसे भिड़ती है। सांडों को पकड़कर रखने का यह खेल बेहद खतरनाक होता है।
(यह तस्वीर मदुरै की है, जहां जल्लीकट्टू के मास्टर ट्रेनर मुदक्कथन मणि और पुलिस' विनोथ ने मदुरै के पास वीरपंडी गांव में 29 दिसंबर, 2022 को सांडों को काबू करने की ट्रेनिंग दी थी)