नई दिल्ली. निर्भया केस के चारों दोषियों को कभी भी फांसी दी जा सकती है। इसके लिए तिहाड़ जेल में ट्रायल भी किया जा चुका है। इसके लिए जल्लाद को भी बता दिया है जो इन दरिंदों को फांसी पर लटकाएगा। जल्लाद खासतौर पर किसी अपराधी को फांसी देने के लिए बुलाए जाते हैं, ये हर जेल में नहीं पाए जाते। इनकी कोई नियुक्ति भी नहीं होती। जल्लाद न मिलने पर कई बार जेलर खुद फांसी दे देता है। पर ऐसे में सवाल उठता है जल्लादों के मेहनताने का। आखिर किसी अपराधी को फांसी देने के बाद जल्लाद को क्या मिलता है? कोई ईनाम या तयशुदा रकम? आइए जानते हैं कि आखिर फांसी देने के बाद जल्लाद सरकार से कितना पैसा पाते हैं?