देहरादून. भारत और चीन के बीच पिछले 2 महीने से विवाद चल रहा है। 15 जून को दोनों देशों के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय जवानों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हमारी सेना किसी से कम नहीं है। भारत और चीन जब 1962 में जब आमने-सामने आए थे, तो हमारे जवानों से अपने प्राणों की बाजी लगाकर देश की रक्षा की थी। इस युद्ध में कुछ ऐसे भी सैनिक थे, जिनके सामने चीन ने घुटने टेक दिए थे, ऐसे ही एक जवान थे जसवंत सिंह रावत, जिन्होंने तीन दिन में अकेले चीन के 300 सैनिकों को ढेर कर दिया था। आईए जानते हैं जसवंत सिंह की बहादुरी के किस्से...