वहीं, यह घटना ऐसे समय में हुई, जब भारतीय विदेश मंत्री शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के लिए मास्को गए थे और सीमा मुद्दों को संबोधित करने के लिए अपने चीनी समकक्ष से मिले थे। रिपोर्ट्स की मानें तो दोनों पक्ष कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता करने वाले थे, लेकिन अभी तक चीनी पक्ष की ओर से तारीख और समय की पुष्टि नहीं की गई है।