अब समुद्र में बढ़ेगी शक्ति, भारत को मिलेगा पनडुब्बियों का शिकार करने वाला ये हेलिकॉप्टर
नई दिल्ली. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दौरे पर भारत और अमेरिका के बीच 21.5 हजार करोड़ रुपए अहम रक्षा समझौता हुआ। इसके तहत भारत अमेरिका से अपाचे और एमएच-60 सी-हॉक रोम्यो हेलिकॉप्टर खरीदेगा। यह हेलिकॉप्टर भारतीय नौसेना के लिए काफी अहम है। इससे नौसेना की ताकत में काफी इजाफा हो जाएगा। इस हेलिकॉप्टर को खरीदने के लिए भारत लंबे वक्त से चर्चा कर रहा था। आईए जानते हैं इसकी खासियतें...
भारत को 24 सी-हॉक हेलिकॉप्टरों की जरूरत है। इसके लिए कैबिनेट ने अप्रैल 2019 को ही मंजूरी दे दी थी। लेकिन दोनों देशों के बीच यह डील काफी लंबे वक्त से अटकी हुई थी।
अब भारत अमेरिका से 18,626 करोड़ रुपए खर्च कर 24 सी-हॉक हेलिकॉप्टर खरीदेगा। यह चौथी जनरेशन का हेलिकॉप्टर है। यह हेलिकॉप्टर पानी में छिपी पनडुब्बियों को भी निशाना बना सकता है।
यह मल्टी-रोल हेलिकॉप्टर हर मौसम में, किसी भी वक्त हमला करने में सक्षम है। यह हेलिकॉप्टर हवा से जमीन पर भी हमला कर सकता है।
ये हेलिकॉप्टर समुद्र में तलाश और रेस्क्यू अभियान में भी काफी सफल माना जाता है। एमएच 60आर सी हॉक हेलिकॉप्टर ब्रिटेन से आए सी किंग हेलिकॉप्टरों की जगह लेंगे।
सी हॉक हेलिकॉप्टर सतह और पनडुब्बी के खिलाफ अभियानों में भी अहम भूमिका निभा सकता है। इस हेलिकॉप्टर को फ्रिगेट, विध्वंसक पोतों, क्रूजर और विमान वाहक पोतों से भी उड़ाया जा सकता है।
इन हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल इस वक्त अमेरिकन नेवी कर रही है। इसे मौजूदा वक्त के सबसे आधुनिक हेलिकॉप्टर माना जाता है।
ये हेलिकॉप्टर काफी कम जगह घेरते हैं। इसके अलावा यह पानी की सतह और अंदर दोनों जगह पर दुश्मनों को निशाना बनाने में सक्षम है।
भारत को 24 हेलिकॉप्टर मिलने में करीब 5 साल का वक्त लग सकता है। हालांकि, पहला बैच 2 साल में मिल जाएगा।