जिस कोरोना वायरस से हुई 22 मौतें, उसकी पहली तस्वीर आई सामने, देश में 30 जनवरी को मिला था पहला मरीज

नई दिल्ली. भारत समेत पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस के प्रकोप से दो-दो हाथ कर रही है। कोरोना की वजह से भारत में मरने वालों की संख्या 22 हो गई है। जबकि 800 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इन सब के बीत इस वायरस को लेकर पहली बार भारतीय वैज्ञानिकों को बड़ी सफलता मिली है। भारतीय वैज्ञानिकों ने माइक्रोस्कोपी के जरिए कोरोना वायरस के रूप का पता लगा लिया है और इसकी तस्वीर भी जारी की है। कोरोना वायरस की जो तस्वीर भारतीय वैज्ञानिकों ने जारी किया है उसमें वायरस एक बिंदु से भी काफी छोटा नजर आ रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 28, 2020 4:12 AM IST
17
जिस कोरोना वायरस से हुई 22 मौतें, उसकी पहली तस्वीर आई सामने, देश में 30 जनवरी को मिला था पहला मरीज
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के शोधकर्ताओं ने भारत में कोरोना वायरस की पहली तस्वीरें साझा की हैं। वैज्ञानिकों ने ट्रांसमिशन इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप इमेजिंग के जरिए नए कोरोना वायरस की तस्वीरें कैद की हैं। देश में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी को सामने आया था। ये तस्वीरें उसी की हैं। दरअसल, महिला को वुहान से भारत आने के बाद कोरोना का पॉजिटिव पाया गया था।
27
इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित शोध के मुताबिक, संक्रमित महिला के गले के सैम्पल को इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप से देखने के बाद तस्वीर सामने आई है। नए कोरोना वायरस (Sars-Cov-2) की तस्वीर मेर्स और सार्स से काफी मिलती जुलती है। कोरोना वायरस के चारों ओर एक ताज (क्राउन) की संरचना है, जिसके कारण इसे कोरोना नाम दिया गया है। लैटिन में क्राउन का मतलब कोरोना होता है।
37
ICMR के पूर्व डायरेक्टर जनरल डॉ. निर्मल गांगुली के मुताबिक, ये तस्वीरें काफी जटिल हैं, जो आनुवांशिक तौर पर कोरोना वायरस की उत्पत्ति और इसके विकास से जुड़ी कई अहम बातें समझने में मदद करेंगी। तस्वीरों के अध्ययन के बाद यह पता लगाया जा सकेगा कि यह वायरस जानवरों से इंसान में कैसे पहुंचा। रिसर्च के परिणाम वायरस के खिलाफ वैक्सीन और दवा तैयार करने में अहम रोल अदा करेंगे।
47
पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में केरल से आए कोरोना के सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग हो चुकी है। यह जीन सीक्वेंसिंग चीन के वुहान में फैले कोरोना वायरस से 99.98% तक मिलती है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के डिप्टी डायरेक्टर डॉ अतानु बसु के मुताबिक, कोरोनावायरस का एक कण सुरक्षित रख लिया गया है। इसके एक कण का आकार 75 नैनोमीटर है। (फोटोःहांगकांग यूनिवर्सिटी के LKS फैकल्ट ऑफ मेडिसिन द्वारा जारी की गई तस्वीर)
57
देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में हर रोज बढ़ती जा रही है। कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 886 हो गई है। ये आंकड़े कोविड-19 इंडिया डॉट ओआरजी के मुताबिक हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार देश में कुल 748 कोरोना पॉजिटिव मरीज हैं, जिसमें 67 मरीज ठीक भी हो चुके हैं। शुक्रवार को सबसे ज्यादा 39 नए मामले केरल में सामने आए। इसके साथ ही राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 176 हो गई। (फोटोःहांगकांग यूनिवर्सिटी के LKS फैकल्ट ऑफ मेडिसिन द्वारा जारी की गई तस्वीर)
67
देश में कोरोना वायरस बड़ों के साथ अब बच्चों को भी अपने चपेट में ले रहा है। नवी मुंबई में शुक्रवार शाम को एक बच्चे में संक्रमण की पुष्टि हुई। इससे पहले, कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में दस महीने के बच्चे में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। बच्चे को बुखार था और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। उसे 23 मार्च को मंगलुरु के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बच्चे के स्वाब के नमूने जांच के लिए भेजे गए, जिसमें कोरोनावायरस की पुष्टि हुई। फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर है और उसका इलाज चल रहा है।
77
कोरोना के संक्रमण से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो 21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान किया है, उसका आज चौथा दिन है। लॉकडाउन के चलते आम जनमानस को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और हजारों मजदूर अपने घरों के लिए पैदल ही निकल रहे हैं।
Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos