Published : Jan 10, 2020, 01:57 PM ISTUpdated : Jan 10, 2020, 02:04 PM IST
नई दिल्ली. जेएनयू स्टूडेंट् ने गुरुवार को विरोध प्रदर्शन किया। आरोप है कि इस दौरान एक छात्रा ने आईपीएस अधिकारी के अंगूठे पर काट लिया। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी की छात्र संघ की अध्यक्ष आइशी घोष ने छात्रों का राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़ने का आह्वान किया था। प्रदर्शनकारी जेएनयू में हुई हिंसा का विरोध के अलावा यूनिवर्सिटी के वीसी एम जगदीश कुमार को पद से हटाने की मांग कर राष्ट्रपति भवन की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रहे थे।
जिस आईपीएस अधिकारी के अंगूठे पर काटने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, उनका नाम इंगित प्रताप सिंह है। हाथ पर काटने के लिए इंगित प्रताप को अस्पताल जाना पड़ा।
25
इंगित सिंह साल 2011 बैच के आईपीएस हैं। वह प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेल रहे थे, इसी दौरान एक लड़की ने उनके अंगूठे पर काट लिया।
35
इंगित प्रताप सिंह इस वक्त साउथ दिल्ली के एडिशनल डीसीपी हैं। सूत्रों के अनुसार, इंगित प्रताप सिंह एक छात्र को पीछे धकेल रहे थे, उसी दौरान उसे बचाने के लिए महिला दोस्त ने आईपीएस का बाएं अंगूठें पर काट लिया।
45
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में रविवार 5 जनवरी की शाम 4 बजे कुछ नकाबपोश हॉस्टल में घुस आए। उनके पास रॉड और डंडे थे। आरोप है कि उन्होंने जेएनयू छात्रों को बुरी तरह से पीटा। इसके बाद चुपचाप वहां से निकल गए। इसके बाद वहां पुलिस पहुंची। घायल छात्र-छात्राओं को एम्स में भर्ती कराया गया।
55
जेएनयू में हुई हिंसा के मामले में पुलिस में पड़ताल में पाया कि घटना वाले दिन वहां के सीसीटीवी बंद थे। अभी तक इस मामले में किसी भी शख्स की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जेएनयू में छात्र संगठन की अध्यक्ष का आरोप है कि बढ़ी फीस को कम करने के लिए लगातार आंदोलन किया जा रहा है। आंदोलन से भटकाने और बढ़ी फीस लागू कराने के लिए एक साजिश के तहत जेएनयू हॉस्टल में हमला कराया गया।