नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना का कहर जारी है। जहां एक ओर इससे अभी तक 5,800 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दूसरी ओर कोरोना को लेकर तमाम प्रकार की अफवाह और गलत जानकारी भी फैलाई जा रही हैं। इसी तरह से दिल्ली में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए अखिल भारत हिंदू महासभा ने शनिवार को गोमूत्र पार्टी का आयोजन किया। इसमें करीब 200 से ज्यादा लोग शामिल हुए। यहां मौजूद लोगों ने गोमूत्र का सेवन भी किया।
अखिल भारत हिंदू महासभा के प्रमुख स्वामी चक्रपाणि ने कार्यक्रम में गोमूत्र पीने के बाद कहा कि कोरोना वायरस (ईश्वर का) एक अवतार है जो मांस खाने वालों को दंडित करने के लिए अवतरित हुआ है। उन्होंने कहा, यह गोमूत्र के सेवन के बाद खत्म हो जाएगा।
क्या गोमूत्र पीने से सच में खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस: गल्फ न्यूज ने एक्सपर्ट के हवाले से बताया, गाय के मूत्र में ऐसे कोई भी कारक नहीं हैं, जो इस बीमारी को ठीक कर सकें। यहां तक की अभी तक ऐसा कोई सबूत भी नहीं मिला है, जिससे यह साबित हो सके कि गोमूत्र पीने से कोरोना वायरस ठीक हो जाएगा।
महासभा ने यहां अपने परिसर में इस पार्टी का आयोजन किया था। इसमें शामिल करीब 200 लोगों ने गोमूत्र का सेवन किया। हिंदु महासभा देश के अन्य भागों में भी इस तरह की पार्टी का आयोजन करेगी।
यहां इस पार्टी में शामिल एक शख्स ओम प्रकाश ने कहा हम 21 सालों से गोमूत्र का सेवन कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि गाय के गोबर से नहाते भी हैं। उन्हें अभी तक कोई बीमारी नहीं हुई। नाहि उन्होंने कभी कोई अंग्रेजी दवाई ली।
चक्रपाणि ने मांस खाने वालों की ओर से इस वायरस से माफी मांगते हुए संकल्प लिया कि भारतीय फिर कभी मांस नहीं खाएंगे।
उन्होंने दावा किया, ''लोगों द्वारा पशुओं का वध करने और उन्हें खाने के चलते कोराना वायरस आया है। जब आप किसी पशु का वध करते हैं तब यह एक तरह की ऊर्जा पैदा करता है जो उस स्थान पर तबाही का कारण बनती है। यही कारण है कि यह (वायरस) पूरी दुनिया में फैल रहा है।''
केंद्र सरकार द्वारा लोगों को इस बारे में अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की सलाह देने के बावजूद उनकी यह टिप्पणी आई है। दरअसल, ये अफवाहें फैलाईं जा रही हैं कि कोरोना वायरस अंडे, चिकेन, मांस और समुद्री भोजन खाने के जरिए फैल रहा है।
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने छह मार्च को कहा था कि पशु स्वास्थ्य के लिए विश्व संगठन और भारतीय खाद्य सुरक्षा नियामक एफएसएसएआई ने कहा है कि पशुओं से मानव में कोरोना वायरस के संक्रमण को साबित करने का कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं है।
उन्होंने कहा था, ''मैं लोगों से विनम्रतापूर्वक अनुरोध करता हूं कि वे इस तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें।''
जब दुनिया भर के डॉक्टर कह रहे हैं कि कोरोना वायरस के लिए अभी कोई इलाज नहीं है, ऐसे में चक्रपाणि ने दावा किया कि गोमूत्र 'कोविड-19' के लिए एकमात्र इलाज है और उन्होंने दुनिया भर के नेताओं से इसे पीने तथा इस संक्रामक रोग के खिलाफ लड़ाई में एक उदाहरण पेश करने का अनुरोध किया।
उन्होंने दावा किया, ''हमारे सभी नेता और अधिकारी गोमूत्र पीते हैं। लेकिन वे बीमार पड़ने पर ही बंद कमरे में ही ऐसा करते हैं । लेकिन यह इस तरह काम नहीं करता।''
चक्रपाणि ने कहा कि बीमारियों को दूर रखने के लिए गोमूत्र रोजाना पीना चाहिए। उन्होंने कहा, ''गोमूत्र जीवनदायिनी है। हर किसी को इसे पीना चाहिए।''
चक्रपाणि ने कहा कि वैश्विक नेताओं को भारत से गोमूत्र मंगाना चाहिए क्योंकि यह करिश्माई औषधि देने वाली गाय सिर्फ भारतीय नस्ल की है।
महासभा प्रमुख ने कहा, ''मैं विश्व के सभी राष्ट्रपतियों और प्रधानमंत्रियों से रोजाना आधार पर गोमूत्र पीने का अनुरोध करता हूं। आपके पास ऐसे वैज्ञानिक हैं जो उपचार के बारे में नहीं जानते, हमारे पास ईश्वर का दिया उपचार है।''
वहीं, कार्यक्रम में शामिल राजेश शर्मा ने कहा, ''आज आप सिर्फ एक गिलास (गोमूत्र) पीजिए और कल सुबह फर्क जान जाएंगे। मैं आपको यह लिख कर दे सकता हूं।''