श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के बडगाम (Budgam) जिले में गुरुवार को आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित राहुल भट (Rahul Bhat) की हत्या कर दी थी। इस मामले ने घाटी में कश्मीरी पंडितों को आक्रोशित कर दिया है। कश्मीर में जगह-जगह प्रदर्शन हुए। बता दें कि राहुल भट कीचदूरा गांव (Chadoora Village) में तहसीलदार के कार्यालय पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे मूल रूप से बडगाम के संग्रामपोरा गांव( Sangrampora village) के रहने वाले थे। शेखपोरा के निवासियों ने कहा कि उनके पिता एक सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी हैं और उनकी पत्नी एक गृहिणी हैं। उन्हें प्रवासी कश्मीरी पंडित समुदाय के लिए प्रधान मंत्री के विशेष पैकेज के तहत 2010 में राजस्व विभाग में नियुक्त किया गया था। शेखपोरा के एक निवासी ने कहा कि वो ज्यादातर सालों में बडगाम में तैनात रहे और लगभग दो साल से चदूरा में थे। राहुल बडगाम के शेखपोरा में रहते थे, जहां सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के लिए हाउसिंग कॉलोनी बनाई है। भट्ट की पत्नी दक्षिण कश्मीर की रहने वाली हैं। उनके माता-पिता संग्रामपोरा से चले गए थे और सरकार द्वारा भट की नियुक्ति के बाद ही वे लौटे थे। विश्व हिंदू परिषद(Vishwa Hindu Parishad) के राष्ट्रीय प्रवक्ता(National Spokesperson-VHP) विनोद बंसल (Vinod Bansal) ने tweet करके कहा-राहुल भट (Rahul Bhat) को बडगाम के चदूरा में तहसीलदार के कार्यालय में गोली मार दी, जहां वह काम करता था। क्यों..? Bcos वह हिंदू था? क्या #इस्लामोफोबिया नहीं है? क्या #TheKashmirfiles को फिर से दोहराया जा रहा है? जिहादियों द्वारा हिंदुओं की इस तरह की लक्षित हत्याओं पर राहुल मुफ्ती गुलाम और अब्दुल्ला चुप क्यों हैं? इस बीच शुक्रवार को आतंकियों ने पुलिस कांस्टेबल रियाज अहमद ठोकर को गोली मार दी। घटना पुलवामा के गुदूरा इलाके में हुई। रियाज अहमद ठोकर अपने घर गुदूरा में मौजूद थे। इस बीच आतंकियों ने टारगेट बनाकर उन पर फायरिंग कर दी। अस्पताल में इलाज के दौरान रियाज अहमद की मौत हो गई।