दिल्ली के सीने में दो साल पहले हुए दंगों के जख्म अभी भरे नहीं हैं। CAA और NRC को लेकर चल रहे आंदोलन के दौरान अचानक ही 23 फरवरी 2020 की रात को दिल्ली में दंगे शुरू हो गए। लगातार तीन दिनों तक उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में जबर्दस्त तांडव हुआ। घर लूट लिए गए, आगजनी हुई, लोगों को घर छोड़ने को मजबूर कर दिया गया। उत्तर पूर्वी दिल्ली के चांद बाग, खजूरी खास, बाबरपुर, जाफराबाद, सीलमपुर, मुख्य वजीराबाद रोड, करावल नगर, शिव विहार और ब्रह्मपुरी इलाकों में आज भी तबाही का मंजर उन दंगों की बर्बरता बयां कर रहे हैं। इस दंगे में करीब 42 लोग मारे गए थे तो ढाई सौ से अधिक घायल हो गए थे।
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