पंचकुला. जम्मू-कश्मीर के हंदवाड़ा में आंतकवादियों से हुए मुठभेड़ में रविवार को सेना के 2 अफसर समेत 5 जवान शहीद हो गए थे। इन पांच शहीदों में पंचकुला के मेजर अर्जुन सूद भी शामिल हैं। अर्जुन सूद के पिता रिटायर्ड ब्रिगेडियर चंद्रकांत सूद ने मेजर अनुज से चार दिन पहले ही फोन पर बात की थी। दोनों के बीच घर वापस आने को लेकर बात हुई थी। मेदजर अनुज ने पिता से कहा था कि लॉकडाउन खत्म होते ही वह वापस घर आएंगे। लेकिन रविवार को जब पिता को बेटे के शहीद होने की सूचना मिली तो परिवार को एक पल के लिए यकीन ही नहीं हुआ। परिवार के ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। अपने लाल के शहीद होने की खबर सूनकर सबका बुरा हाल है। रिश्तेदारों कह रहें कि 'वह तो 3 मई के बाद घर आने वाला था, यकीन नहीं होता कि तिरंगे में लिपटकर आएगा'