JNU हिंसाः जब अंधेरा होते ही 'साबरमती टी प्वाइंट' के पास मचा कहर, तस्वीरों में देखिए भयावह मंजर

Published : Jan 06, 2020, 08:58 AM ISTUpdated : Jan 06, 2020, 09:00 AM IST

नई दिल्ली. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय परिसर में रविवार की शाम कुछ नाकाबपोश बदमाश घुस कर अन्य छात्रों से मारपीट शुरू कर दी। जिसके बाद कैंपस में कोहराम मच गया। छात्र खुद को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। लेकिन नाकाबपोश बदमाश ताबड़तोड़ अपना कहर बरपा रहे थे। हाथ में डंडे और लोहे की रॉड लिए हुए बदमाश छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की बेरहमी से पिटाई की। इस पूरे मामले में जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष सहित 25 लोगों के घायल होने की खबर है।   

PREV
17
JNU हिंसाः जब अंधेरा होते ही 'साबरमती टी प्वाइंट' के पास मचा कहर, तस्वीरों में देखिए भयावह मंजर
हाथों में डंडे, रॉड लेकर घुसे इन बदमाशों ने छात्र-छात्राओं और शिक्षकों पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। इस हमले में लगभग 20 स्टूडेंट और शिक्षक घायल हो गए। हालात को संभालने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को दिल्ली पुलिस की मदद लेनी पड़ी। विश्वविद्यालय प्रशासन के आग्रह पर दिल्ली पुलिस ने कैंपस में प्रवेश किया और देर रात फ्लैगमार्च किया।
27
इस घटना के बाद बुरी तरह से लहूलुहान हुई आइशी और अन्य लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। कैंपस में हुए इस बवाल के बाद घायलों को तत्काल उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया। जहां, सभी का प्राथमिक उपचार किया गया।
37
जानकारी के मुताबिक शाम 5 बजे साबरमती टी प्वाइंट के पास हिंसा शुरू हुई। जेएनयू प्रशासन ने कहा, "नकाब ओढ़े गुंडे हाथों में डंडे लेकर घूम रहे थे, वे तोड़फोड़ कर रहे थे और लोगों पर हमला कर रहे थे।
47
जेएनयू प्रशासन ने देर रात कहा है कि सेमेस्टर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया का विरोध कर रहे छात्र रजिस्ट्रेशन कर रहे छात्रों का उग्र होकर विरोध करने लगे इसकी वजह से दोनों ओर से भिडंत हुई है। इसी बीच नकाबधारी बदमाश हाथ में डंडे और रॉड लेकर हॉस्टल में घुस गए और छात्रों को पीटने लगे।
57
जेएनयू के रजिस्ट्रार प्रमोद कुमार ने एक बयान जारी कर कहा, "ये पूरी जेएनयू कम्युनिटी के लिए अत्यवाश्यक संदेश है, कैंपस में कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो गई है, जेएनयू प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को बुलाया है। "
67
नकाबपोश बदमाशों ने सिर्फ छात्रों और शिक्षकों को पीटा ही नहीं बल्कि कैंपस में तोड़फोड़ की गई। इन सब के बीच घंटों जारी रहे उत्पात से कैंपस परिसर में दहशत का महौल बना रहा है। छात्र अपनी जान बचाने के लिए चीख चिल्ला रहे थे। लेकिन हिंसा पर आमदा बदमाशों ने रहम नहीं दी।
77
इस हमले के बाद सियासी रंग भी तेज हो गया। जिसके बाद नेताओं के बयान सामने आए हैं। इन सब के बीत गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली पुलिस के चीफ अमूल्य पटनायक से बात की और पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट तलब की है

Recommended Stories