लाल घेरे में यह है वह शख्स, जो पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों का अपहरण और धर्म परिवर्तन कराता है
नई दिल्ली. पाकिस्तान में सिखों के पवित्र स्थल ननकाना साहिब में हुई पत्थरबाजी ने एक बार फिर से अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का मुद्दे को हवा दे दी है। इस घटना को लेकर भारत के सिख समुदाय में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है। सिखों ने ननकाना हमले के विरोध में शनिवार दोपहर दिल्ली और जम्मू में प्रदर्शन किए। इस बीच बताते हैं पाकिस्तान के उस शख्स के बारे में, जिसे अल्पसंख्यकों का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने को लेकर जाना जाता है। इस शख्स का नाम मियां अब्दुल हक है, जिसे मियां मिट्ठू के नाम से भी जाना जाता है।
मियां अब्दुल हक, जिन्हें मियां मिट्ठू या मिट्ठू मियां के नाम से भी जाना जाता है। यह भरूचंडी शिया दरगाह के एक चरमपंथी मुस्लिम मौलवी और पाकिस्तानी राजनेता हैं जो 2008 से 2013 तक पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के सदस्य थे।
मियां मिट्ठू का नाम धार्मिक भेदभाव, जबरन धर्म परिवर्तन और कम उम्र की लड़कियों से जबरन शादी कराने के कई मामलों में लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मियां मिट्ठू ने अब तक 117 हिंदू लड़कियों का अपहरण कराकर उनका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया और बाद में मुस्लिम पुरुषों को बेच दिया और शादी करा दी।
पहली बार मियां मिट्ठू का नाम 2012 में आया, जब उसका नाम हिंदू लड़की रिंकल कुमारी के मामले में सामने आया।
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक कई बार सड़कों पर उतरे और मिंया मिट्ठू के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। लेकिन पाकिस्तान सरकार ने कोई कार्रवाई नही की।
मियां मिट्ठू इमरान खान और सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का पसंदीदा सहयोगी है।
पाकिस्तानी संसद में इस मामले में नेशनल असेंबली के मेंबर और सत्ताधारी पार्टी के सांसद डॉक्टर रमेश कुमार वांकवानी ने कई बार हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाई है। लेकिन बहुत फायदा नहीं हुआ।