शादी इंतजार कर सकती है, लेकिन तड़पते मरीज नहीं...एक डॉक्टर, जिसने फर्ज के लिए जिंदगी दांव पर लगा दी
तिरुअनंतपुरम. एक लड़की के लिए उसकी शादी जीवन में सबसे यादगार पल होता है। वह शादी तक इस दिन का इंतजार करती है और ना जाने कितने सपने बुनती है। इसी तरह से 29 मार्च केरल की एक डॉक्टर के लिए उसके जीवन का सबसे अहम दिन होने जा रहा था, इस दिन उसकी शादी दुबई के एक बिजनेसमैन से होने जा रही थी। लेकिन कोरोना के खिलाफ जंग के चलते महिला डॉक्टर ने शादी के जोड़े की वजह प्रोटेक्टिव सूट और मास्क को पहनना ज्यादा जरूरी समझा।
Asianet News Hindi | Published : Apr 1, 2020 5:58 AM IST / Updated: Apr 01 2020, 12:59 PM IST
23 साल की शिफा ए मोहम्मद जो एक हाउस सर्जन हैं, इन दिनों आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की सेवा कर रही हैं। 29 मार्च यानी उनकी शादी के दिन वे कन्नूर में पेरियारम मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में तैनात थीं।
शिफा ने अपने होने वाले पति और उसके परिवार से कहा, शादी इंतजार कर सकती है, लेकिन तड़पते मरीज नहीं। शिफा के ससुराल वाले भी उनके इस फैसले से राजी हो गए और शादी को आगे बढ़ाने का फैसला किया।
शिफा के पिता एनसीपी नेता मुक्कम मुहम्मद कहते हैं कि हर लड़की के लिए शादी का दिन सबसे अहम दिन होता है। लेकिन मेरी बेटी ने सामाजिक और प्रोफेशनल ड्यूटी के लिए पर्सनल जरूरतों को एक तरफ रख दिया।
मोहम्मद कहते हैं कि जब हमने होने वाले पति अनस मोहम्मद से यह बात कही, तो वह भी आसानी से इसके लिए मान गया। वे कहते हैं, मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता हूं और मेरी पत्नी एक शिक्षक है। मेरी बेटी ने सामाजिक भावना को ही ऊपर रखा।
शिफा के बड़े भाई भी डॉक्टर हैं, वे इस वक्त कोझिकोड में तैनात हैं। अपने फैसले के बारे में शिफा बताती हैं कि यह आसान नहीं था, लेकिन मैंने कुछ महान नहीं किया, बस अपनी ड्यूटी की।
उन्होंने कहा, मेरी तरह कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी शादी को आगे बढ़ाया। मैं उनमें से एक हूं। यही सही है कि जिस दिन मेरी शादी थी, उस दिन मैंने शादी के जोड़े की जगह स्पेशल प्रोटेशन शूट पहन कर मरीजों की देखभाल की। लेकिन मुझे यह अच्छा लगा।
इससे पहले ऐसा ही चीन के झेजियांग प्रांत में हुआ था। यहां नर्स चेन यिंग ने इस महामारी से लड़ाई में यह साबित कर दिया कि देश के लिए प्यार भी इंतजार कर सकता है।
चेन (24) ने 20 मार्च को अपने फियांसे हुआंग से बिना किसी शोर शराबे के शादी की। पहले दोनो की शादी 4 फरवरी को होनी थी। लेकिन उस वक्त चीन महामारी झेल रहा था और चेन अन्य नर्सों की तरह ही अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों की कोरोना से रक्षा कर रहीं थीं। इसलिए दोनों ने अपनी शादी को टालने का फैसला किया।