वो इमारत पुरानी नहीं थी। तालाब किनारे बनी वो इमारत महज दस साल पुरानी थी। जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने मीडिया से बातचीत की और इस बात की पुष्टि की थी कि 'इमारत 10 साल पहले ही बनाई गई थी, लेकिन समझ नहीं आ रहा कि ये इमारत क्यों गिर गई?' उन्होंने कहा था कि 'ये तालाब के पास की इमारत थी। डिजाइनिंग में दिक्कत थी या मकान बनाने में खराब मैटेरियल, ये सभी जांच का विषय है।'