जल्द ही घर आऊंगा...यह बोलकर बॉर्डर पर गया, लेकिन तिरंगे में लिपटकर आया शव, लगे भारत माता की जय के नारे
नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शहीद जवान राजीव सिंह शेखावत को अंतिम विदाई दी गई। शहीद को आखिरी बार देखने के लिए हजारों लोग उमड़े। जयपुर के लुहाकना खुर्द के रहने वाले राजीव सिंह की अंतिम यात्रा में नारा लगा, जब तक सूरज चांद रहेगा राजीव तेरा नाम रहेगा...गूंज उठा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं वीर राजीव सिंह को देश के लिए अपनी शहादत को सलाम करता हूं। इस घड़ी हम सब शहीद के परिवार के साथ हैं।
Asianet News Hindi | Published : Feb 10, 2020 12:27 PM IST / Updated: Feb 10 2020, 06:01 PM IST
रविवार को दिल्ली से जयपुर लाया गया शव : शहीद राजीव सिंह का पार्थिव शरीर रविवार को दिल्ली से जयपुर लाया गया था। शहीद राजीव सिंह की चिता को उनके 10 साल बेटे के अदिराज सिंह ने मुखाग्नि दी। इसके बाद अदिराज ने कहा कि वह भी सेना में भर्ती होकर पाकिस्तान से पिता की शहादत का बदला लेगा।
शनिवार को हुए थे शहीद : राजीव सिंह शेखावत भारतीय सेना की 5 राजपूत के रेजिमेंट में थे। शनिवार शाम 4 बजे पाकिस्तान ने भारतीय सेना की चौकियों और ग्रामीण इलाकों को निशाना बनाकर गोलाबारी की। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की चार चौकियां तबाह कर दी। इसी दौरान राजीव सिंह शहीद हो गए।
राजीव 2002 में सेना भर्ती हुए थे। दिसम्बर 2019 को छुट्टियों में घर आए थे। उसी समय श्रीगंगानगर में तैनात थे।
शहीद राजीव अपने पिता के इकलौते पुत्र थे। शहीद के एक बड़ी बहन सीमा कंवर है।
18 फरवरी को राजीव का जन्मदिन था, लेकिन जन्मदिन से दस दिन पहले ही शहीद हो गए और तिरंगे में लिपटकर घर पहुंचे। वे अगले साल रिटायर होने वाले थे।