नई दिल्ली। मेरा भाई इस बिल्डिंग में करीब सात साल से काम करता था। आग लगने के बाद से वह नहीं मिल रहा। हमने दिल्ली के सभी बड़े अस्पतालों में खोज लिया, मगर उसका पता नहीं है। एफआईआर लिखवाने गए तो पुलिस ने कहा, कोई एफआईआर नहीं लिखी जाएगी। जाओ जहां घटना हुई है, वहीं तलाश करो। हम किससे पूछें कि वह कहां है। इस बिल्डिंग में ढाई सौ से तीन सौ लोग काम करते थे। 27 शव मिले और करीब इतने ही घायल, तो अब बाकी कहां हैं। यह पीड़ा है