रायपुर. छत्तीसगढ़ के बीजापुर-सुकमा जिला बॉर्डर पर 3 अप्रैल(शनिवार) को नक्सलियों के साथ हुई पैरामिलिट्री की मुठभेड़ के बाद नक्सलियों के कब्जे में रहे CRPF जवान राकेश्वर सिंह को आखिरकार रिहा कर दिया गया। यह खबर जैसे ही उनके परिजनों को मिली, मानों घर में किसी त्यौहार जैसा माहौल बन गया। मोहल्ले में मिठाइयां बांटी गईं। राकेश्वर सिंह का परिवार जम्मू के नेत्रकोटि गांव में रहता है। खबर सुनकर राकेश्वर की पत्नी मीनू रो पड़ीं और फिर मुस्करा दीं। मां को विश्वास था कि उनका बेटा घर लौटेगा। बता दें कि इस मुठभेड़ में 24 जवानों के शहीद होने की आशंका है।