नई दिल्ली. 20 मार्च की तारीख इतिहास में दर्ज हो गई। निर्भया के दोषियों को 7 साल 4 महीने बाद तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। पोस्टमार्टम के बाद दोषियों के शव परिजनों को सौप दिए गए। इस बीच बताते हैं कि आखिर वह बस कहां है, जिसमें निर्भया से गैंगरेप किया गया था। बता दें कि पुलिस ने वारदात के अगले दिन यानी 17 दिसंबर 2012 को दिल्ली के संत रविदास कैंप से बरामद किया था। 6 में से 4 दोषी दिल्ली के इसी इलाके में रहते थे।