मां को याद कर रातभर रोता है विनय, लिखा दोस्तों किसी को इतना दर्द...कुछ ऐसा है निर्भया के दोषी का हाल
नई दिल्ली. निर्भया के चारों दोषियों को 01 फरवरी को अल सुबह 6 बजे फांसी दी जानी है। हालांकि दोषी बचने के लिए हर पैंतरे आजमा रहे हैं। इन सब के बीच खबर सामने आई है कि चारों दोषियों में शामिल विनय तिहाड़ जेल में पेंटिंग और शायरी लिखकर समय काट रहा है। उसने 16 दिसंबर 2012 की रात निर्भया से हुई दरिंदगी पर एक पेंटिंग बनाई है। इसमें एक असहाय लड़की को दरिंदे के चंगुल में फंसा दिखाया गया है। इस पर 16 दिसंबर 2012 लिखा है। इसके नीचे फांसी के 4 फंदे भी बने हैं।
पेंटिंग को देखने से प्रतीत होता है कि असहाय लड़की के साथ जो दरिंदगी हुई, उसका अंजाम फांसी है। विनय ने दरिंदा नाम से भी एक पेंटिंग बनाई है। विनय की मांग पर जेल प्रशासन ने उसे कागज, पेंसिल और ब्रश मुहैया कराया था। इनकी मदद से उसने 19 से भी ज्यादा पेंटिंग बनाई हैं। (विनय द्वारा बनाई गई पेंटिंग)
विनय ने अपनी मां और स्वर्गीय दादा की भी पेंटिंग बनाई है। अपनी मां के लिए बनाई गई पेंटिंग में उसने लिखा है कि आपको बहुत याद करता हूं। जेल सूत्रों के अनुसार विनय जेल में रातभर अपनी मां को याद कर रोता है। विनय ने अपने चार दोस्तों के नाम एक चिट्ठी भी लिखी है। (दोषी विनय की फाइल फोटो)
इसमें उसने दोस्तों को अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी है। दोस्तों- राजू, कमल, रोहित सिंह और दिनेश के नाम लिखी चिट्ठी में उसने कहा है- मैं आप सभी दोस्तों को याद करता हूं और आपको प्यार करता हूं। मेरे सभी दोस्तों को मेरा एक पैगाम है। कभी भी किसी को वह मत कहना, जिसे तुम खुद बर्दाश्त न कर सको। अपने पत्र में विनय शर्मा ने कुछ शेर भी लिखे हैं। (फाइल फोटो- निर्भया के 4 दोषियों की प्रोफाइल)
दिल्ली की पटियाला हाउस सेशन कोर्ट के निर्देश पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने निर्भया के गुनहगार विनय कुमार की जेल में लिखी डायरी ‘दरिंदा’ की फोटो और अन्य दस्तावेज उसके वकील एपी सिंह को दे दिए हैं। इसके साथ ही कोर्ट 3 गुनहगारों की याचिका का निपटारा किया। (फाइल फोटो- निर्भया के दोषी रामसिंह, जिसकी मौत हो चुकी है)
16 दिसंबर 2012 को हुए निर्भया कांड ने पूरे देश को झंकझोर कर रख दिया था। 23 वर्षीय निर्भया के साथ चलती बस में गैंगरेप किया गया था और उसकी बुरी तरफ पिटाई की थी। दरिंदगी की हदों को पार करते हुए दोषियों ने निर्भया के प्राइवेट पार्ट में लोहे की रॉड डाल दी थी। जिससे उसकी आंत बूरी तरह से जख्मी हो गई बाद में अस्पताल में निर्भया की मौत हो गई थी। (फाइल फोटो- दरिंदों ने निर्भया के साथ इसी बस में की थी दरिंदगी)
इसके बाद दिल्ली पुलिस ने मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से एक नाबालिग था। नाबालिग को किशोर अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जबकि राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। इसके अलावा बाकी 4 दोषियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। (फाइल फोटो- निर्भया के चारों दोषी, जिन्हें 01 फरवरी को फांसी दी जानी है)