जैश ऑपरेटर ने हैंडलर सहित पाकिस्तान में अपने 10 संपर्कों के नामों, कोड नामों और फोन नंबरों का भी खुलासा किया। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सुरक्षा एजेंसियों को ब्योरा दिया है। अधिकारियों ने कहा कि मलिक ने पूछताछ में अपने बैकग्राउंड के बारे में भी बताया। वह 31 जुलाई, 2019 को हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया। उससे पहले जैश के लिए काम किया। फरवरी 2020 में जैश में आ गया। फिर उस साल अगस्त में एक फ्रंट ग्रुप खड़ा किया।