11 घंटे खौफ में जिए 23 मासूम, पहले ड्रोन से घर की रेकी की गई... ऐसे पुलिस ने सिरफिरे को किया ढेर
फर्रुखाबाद. उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में पुलिस ने बच्चों को बंधक बनाने वाले सिरफिरे को 8 घंटे चले ऑपरेशन के बाद ढेर कर दिया। पुलिस ने अगवा किए 23 बच्चों को सुकशल बचा लिया। सिरफिरे ने जन्मदिन के बहाने बच्चो को अपने घर बुलाया था। इसके बाद इन्हें बंधक बना लिया गया। ये बच्चे सिरफिरे की कैद में करीब 11 घंटे तक रहे। सिरफिरे ने बच्चों को गुरुवार दोपहर को बंधक बनाया था। उस वक्त उसके साथ उसकी पत्नी भी थी।
Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2020 2:14 AM IST / Updated: Jan 31 2020, 10:55 AM IST
मामला फर्रुखाबाद के करथिया का है। गुरुवार दोपहर करीब शुरू हुए बच्चों को बचाने का ऑपरेशन करीब डेढ़ बजे खत्म हुआ। पुलिस ने बताया कि इस दौरान सिरफिरे सुभाष बाथम की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि यह युवक हाल ही में जेल से छूटकर आया है। बताया जा रहा है कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उनसे पुलिस पर ही हमला कर दिया था। इस युवक के हमले में कई स्थानीय लोग भी घायल हुए हैं। सिरफिरे युवक ने गोली और हैंड ग्रेनेड से पुलिस पर हमला किया था।
इस हमले में 2 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। बदमाश की गोलीबारी में गांव के एक व्यक्ति को भी गोली लगी है। इलाके के विधायक भी मौके पर समझाइश देने के लिए पहुंचे पर सिरफिरे ने उस पर भी हमला कर दिया।
सिरफिरा लगातार घर को गोला बारूद से उड़ाने की धमकी दे रहा था। ऐसे में पुलिस और एसटीएफ की टीम बच्चों को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहती थी। पहले पुलिस ने ड्रोन कैमरे से बंधक बनाने वाली जगह की रेकी की। पुलिस को पता चला कि उसके पास काफी मात्रा में असलहा बारूद था।
ऐसा किया काम तमाम: जब सुभाष पुलिस और गांववालों की बात नहीं मान रहा था, तो उस के घर पर पथराव किया गया। उधर, पुलिसकर्मियों ने भी घर को घेर रखा था। पहले दरवाजे पर पुलिस ने सुभाष को बातों में उलाझाए रखा।
उधर, दूसरी टीम ने दूसरे तरफ से हमला कर दिया। गांव वालों ने भी उसके घर का दरवाजा तोड़ा, इसके बाद पुलिस अंदर घुस गई और उसे ढेर कर दिया।
मर्डर का दोषी था बदमाश: इस युवक पर हत्या का मामला दर्ज था, जिस पर सुनावी के बाद उम्र कैद की सजा सुनाई गई थी। यह युवक जमानत पर बाहर आया हुआ था। इसके बाद सिरफिरे युवक ने अपनी बेटी के जन्मदिन का बहाना बनाकर लोगों को इकट्ठा किया और उन्हें बंधक बना लिया। इस युवक की मांग है कि उसके खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लिए जाएं तभी वो इन बच्चों को छोड़ेगा।