एंटीलिया केस: राजनीतिक बवाल के बीच सचिन वझे 25 मार्च तक NIA की कस्टडी में भेजे गए, सामने आई गहरी साजिश

मुंबई. रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर मिली स्कॉर्पिया के मालिक मनसुख हिरने की संदिग्ध मौत को लेकर शक के दायरे में आए क्राइम ब्रांच के पूर्व अधिकारी सचिन वझे को लेकर सियासत गर्मा गई है। महाराष्ट्र ATS ने बुधवार को वझे से करीब 10 घंटे पूछताछ की। इसके बाद शनिवार रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।  सचिन वझे के शिवसेना से अच्छे रिश्तों के चलते सियासत गर्मा गई है। इस मामले की एनआईए की टीम भी जांच कर रही है। भाजपा ने वाजे के नार्को टेस्ट की मांग उठाई है। वहीं, महाराष्ट्र की शिवसेना सरकार उनके बचाव में उतर आई है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने वझे को एक ईमानदार और सक्षम अधिकारी बताया। वहीं, उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी कि जल में रहकर मगरमच्छ से बैर नहीं की जाती। इधर, अब कोर्ट ने वझे को 25 मार्च तक के लिए NIA की कस्टडी में सौंप दिया है। NIA ने कोर्ट में दलील दी थी कि यह बड़ी साजिश है। इसमें कई लोगों के शामिल होने की आशंका है। NIA अब वझे का हर उस व्यक्ति से आमना-सामना कराएगी, जिसका इस मामले में नाम सामने आ रहा है। जानिए पूरा मामला...

Asianet News Hindi | Published : Mar 14, 2021 8:51 AM IST / Updated: Mar 14 2021, 05:02 PM IST

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एंटीलिया केस: राजनीतिक बवाल के बीच सचिन वझे  25 मार्च तक NIA की कस्टडी में भेजे गए, सामने आई गहरी साजिश

मामले में राजनीति गहराई
शिवसेना सांसद संजय राउत ने सचिन वझे को ईमानदार और सक्षम अधिकारी बताया। राउत ने कहा कि वे एनआईए का सम्मान करते हैं, लेकिन केंद्रीय एजेंसियां बार-बार मुंबई में प्रवेश करती हैं और मुंबई पुलिस का मनोबल गिराती हैं। यह राज्य में अस्थिरता पैदा करती है। मुंबई पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाती है।

वहीं, भाजपा नेता रामकदम ने एक ट्वीट करके लिखा कि 'देखो महाराष्ट्र सरकार की नौटंकी जो पुरे षड्यंत्रका प्रमुख आरोपी है वहीं सचिन वाजे पुरे केस का जांच अधिकारी था।  यह सबकुछ जानबूझकर था क्योंकि महाराष्ट्र सरकार कुछ बड़े नामों को बचाना चाहती थी ? वहीं कारण था पूरी सरकार एक साधारण अफसर को बचाने के पीछे पडी थी,  @AnilDeshmukhNCP जी'

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25 फरवरी को मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर एक संदिग्ध स्कॉर्पियो मिली थी। इसमें जिलेटिन(विस्फोटक) की 20 छड़ें थीं। इस गाड़ी के मालिक ठाणे के व्यापारी मनसुख हिरेन का 6 मार्च को संदिग्ध हालत में शव मिला था। महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की जांच एटीएस को सौंपी थी। लेकिन इसकी जांच एनआई भी कर रही है।

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एंटीलिया केस में एटीएस ने इनोवा कार का रहस्य सुलझा लिया है। जांच में सामने आया है कि यह इनोवा कार मुंबई पुलिस की अपराध शाखा(CIU) यूनिट की है। इस मामले में मुंबई पुलिस के एक और अधिकारी रियाज काजी से भी पूछताछ की जा रही है। इसी इनोवा से संदिग्ध स्कॉर्पियो में जिलेटिन की छड़ें रखकर भागा था।

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मनसुख हिरेन की पत्नी ने सचिन वझे पर हत्या का आरोप लगाया था। इस संदर्भ में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मनसुख की पत्नी विमला हिरेन का शिकायती पत्र विधानसभा में पढ़ा था। उन्होंने मनसुख की मौत को एक गहरी साजिश करार देते हुए सचिन वझे को गिरफ्तार करने की मांग उठाई थी।
 

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10 घंटे हुई पूछताछ, पूछे गए ये 5 बड़े सवाल
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,  ATS प्रमुख जयजीत सिंह ने सचिन वझे से पूछताछ की। उन्होंने बुधवार दोपहर को एटीएस ऑफिस बुलाया गया था। सूत्रों के मुताबिक, सचिन वझे से मनसुख हिरेन की मौत को लेकर ये सवाल पूछे गए...
1- एंटीलिया के बाहर खड़ी स्कॉर्पियो में जिलेटिन की छड़ें मिलने की जानकारी आपको कब और कैसे हुई?
2- क्या आप वहां सबसे पहले पहुंचे थे और उन्होंने सबसे पहले पहुंचकर वहां क्या काम किया?
3- क्या आप शिवसेना नेता धनंजय गावड़े को जानते हैं ? 
4- क्या वे मनसुख हिरेन को पहले से जानते हैं, दोनों के संबंध कैसे थे। 
5- मनसुख की पत्नी ने आरोप लगाया है कि आप चार महीने से उनकी कार इस्तेमाल कर रहे हैं? क्या ये सच है?
इसके बाद शनिवार रात उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

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