नॉर्थ ईस्ट में नागरिकता विधेयक पर बवाल, मासूम बच्चों संग जमीन पर लोट महिलाओं ने यूं जताया विरोध

गुवाहाटी. देश की संसद द्वारा नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने के बाद विरोध तेज हो गया है। पूर्वात्तर छात्र संगठनों की तरफ से संयुक्त रूप से बुलाया गया 12 घंटे का बंद मंगलवार सुबह पांच बजे शुरू हो गया। हाथ में मशालें लिए लोगों विरोध प्रदर्शन और रोड मार्च की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं। वहीं सोशल मीडिया पर किसी के बाप का हिंदुस्तान थोड़ी है और बॉयकाट सिटिजन बिल जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं..........

Asianet News Hindi | Published : Dec 10, 2019 5:08 AM IST / Updated: Dec 10 2019, 10:58 AM IST
113
नॉर्थ ईस्ट में नागरिकता विधेयक पर बवाल, मासूम बच्चों संग जमीन पर लोट महिलाओं ने यूं जताया विरोध
नॉर्थईस्ट में 12 घंटे के बंद का ऐलान किया गया है जिसमें स्टूडेंट हाथ में बांस की मशाले लेकर सड़कों पर मार्च कर रहे हैं। महिलाएं भी इसमें पीछे नहीं हैं।
213
असम में लोग जमीन पर लेटकर बिल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कर रहे हैं।
313
पूर्वात्तर छात्र संगठन एनईएसओ ने इस विधेयक के खिलाफ शाम चार बजे तक बंद का आह्वान किया है। कई अन्य संगठनों और राजनीतिक दलों ने भी इसे अपना समर्थन दिया है।
413
असम के डिब्रूगढ़ में महिलाएं सुबह पांच बजे से मासूम बच्चों को गोद में लेकर जमीन पर बैठ गई और बिल के खिलाफ विरोध जताया।
513
गृह मंत्री अमित शाह के मणिपुर को इनर लाइन परमिट (आईएलपी) के दायरे में लाने की बात कहने के बाद राज्य में आंदोलन का नेतृत्व कर रहे द मणिपुर पीपल अगेंस्ट कैब (मैनपैक) ने सोमवार के अपने बंद को स्थगित करने की घोषणा की।
613
नागरिकता (संशोधन) विधेयक (कैब) में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।
713
लोकसभा में विधेयक पर चर्चा के बाद इसके पक्ष में सोमवार को 311 और विरोध में 80 मत पड़े, जिसके बाद इसे निचले सदन की मंजूरी मिल गई। इस विधेयक के खिलाफ क्षेत्र के विभिन्न संगठन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।
813
कांग्रेस, एआईयूडीएफ, ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन, कृषक मुक्ति संग्राम समिति, ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन, खासी स्टूडेंट्स यूनियन और नगा स्टूडेंट्स फेडरेशन जैसे संगठन बंद का समर्थन करने के लिए एनईएसओ के साथ हैं।
913
गुवाहाटी विश्वविद्यालय और डिब्रुगढ़ विश्वविद्यालय ने कल होने वाली अपनी सभी परीक्षाएं टाल दी हैं।
1013
बिल के विरोध में पूरे पूर्वोत्तर में लोग सड़कों पर उतर आए हैं लोग हाथों में आग की मशाल लिए मार्च कर रहे हैं।
1113
यह विधेयक अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड और मिजोरम में लागू नहीं होगा जहां आईएलपी व्यवस्था है इसके साथ ही संविधान की छठी अनुसूची के तहत शासित होने वाले असम, मेघालय और त्रिपुरा के जनजातीय क्षेत्र भी इसके दायरे से बाहर होंगे।
1213
सैकड़ों स्टूडेंट और महिलाएं हाथों में बोर्ड लेकर बिल का विरोध जता रहे हैं।
1313
ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं।
Share this Photo Gallery
click me!

Latest Videos