हम मूल रूप से हिंदू थे...ऐसा कहने वाली महिला की कहानी, जिसने जन्म लेने के 21 दिन बाद छोड़ा था देश
कोलकाता. अमेरिका में रहने वाली बांग्लादेशी लेखिका शरबरी जोहरा अहमद ने एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मूल रूप से हिंदू होने की वजह से बांग्लादेशी लोग भारतीयों की तरह ही हैं। शरबरी ने कहा कि कैसे बांग्लादेश अपनी हिंदू विरासत से इन्कार कर सकता है? उन्होंने कहा कि हम मूल रूप से हिंदू थे। यहां इस्लाम बाद में आया। उनके मुताबिक, हालांकि अब बांग्लादेशी लोग अपनी जड़ों को भूल गए हैं। शरबरी का जन्म ढाका में हुआ था और वह जब सिर्फ तीन हफ्ते की ही थीं, तभी उनका परिवार अमेरिका चला गया था।
शरबरी अहमद अमेरिका की लोकप्रिय टेलीविजन शो क्वांटिको की पटकथा की सहलेखिका भी हैं। इस शो में भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की मशहुर एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने मुख्य भूमिका निभाई है। शरबरी ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि दक्षिणपंथी धार्मिक समूहों के प्रभाव की वजह से एक बंगाली के तौर पर उनकी पहचान बांग्लादेश में खोती जा रही है।
शरबरी ने कहा, अंग्रेजों ने हमारा उत्पीड़न किया, हमसे छीना और हमारे लोगों की हत्याएं की। उन्होंने कहा कि अविभाजित भारत के ढाका में फलते-फूलते मलमल उद्योग को अंग्रेजों न तबाह कर दिया। लेखिका ने कहा कि उनकी आस्था के सवाल और बांग्लादेश में पहचान के मुद्दे ने उन्हें डस्ट अंडर हर फीट उपन्यास लिखने के लिए प्रेरित किया।
शरबरी अमेरिका के नॉरवाल्क कम्युनिटी कॉलेज में प्रोफेसर हैं। इसके साथ ही वह राइटर भी है। शरबरी जोहरा अहमद ने न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से पढाई की है। शरबरी जोहरा टीवी थ्रीलर शो एबीसी के क्वांटिको के लेखिका के रूप में भी मशहुर हैं।
कोलकाता में न्यूज एजेंसी से बात करते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में इस्लाम राजधर्म है। शरबरी ने विंस्टन चर्चिल को नस्लवादी बताते हुए कहा कि अपने सैनिकों के लिए वह बंगाल से चावल ले गए, लेकिन उन्होंने यहां के लोगों की परवाह नहीं की।
शरबरी ने कहा कि अपने शोध के दौरान मुझे पता चला कि करीब 20 लाख बंगाली चर्चिल की वजह से उत्पन्न कृत्रिम अकाल में मर गए थे। आगे कहा कि, जब लोग चर्चित की प्रशंसा करते हैं तो यह वैसा ही है जैसे कि कोई यहूदियों के सामने हिटलर की प्रशंसा करे।
शरबरी ने कहा कि चर्चिल भयानक इंसान था। उनकी किताब में यह बताने की कोशिश की गई है कि वाकई उस समय क्या हुआ था।