अमेरिकी वैज्ञानिकों की यह टीम उत्तर-पश्चिम तिब्बत पठार के विशाल ग्लेशियर पर रिसर्च को पहुंची थी। यह रिसर्च कोल्ड स्प्रिंग हार्बर लेबोरेटरी से संचालित बायो आर्काइव डाटाबेस में छपी थी। भले ही इस रिसर्च को लोग भूल चुके हों, लेकिन खतरा कम नहीं होता, क्योंकि दुनिया में लगातार ग्लेशियर पिघल रहे है।
(यह तस्वीर नासा ने 2014 में खींची थी, जिसमें ग्लेशियर पिघलते दिख रहे हैं)