'जब मैं पहुंचा तो वहां कोई नहीं था'
संदीप ने लिखा, सुशांत छिछोरे और ड्राइव फिल्मों में व्यस्त था। मैं नरेंद्र मोदी फिल्म बनाने में। मैं भी भीड़ का हिस्सा बनने गया था। मुझे लगा था कि जो लोग दोस्त होने का दावा करते हैं, वे वहां होंगे, लेकिन जब मैं पहुंचा, तो वहां कोई नहीं था, सिर्फ मीतू दीदी का परिवार था। दोस्त होने के नाते मैं एक्टिव था। मुझे पता नहीं था कि मुझे ऐसे समय में रिहर्सल करके खास अंदाज में अपनी बॉडी लैंग्वेज दिखानी होती है।