Target Killing: राजौरी में फिर हमला, आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के सभास्थल पर ID ब्लास्ट

राजौरी(Rajouri). राजौरी आतंकी घटना में एक और सनसनीखेज मोड़ आ गया है। राजौरी में कश्मीरी पंडितों पर दूसरा हमला हुआ है। राजौरी के एक गांव में अल्पसंख्यक समुदाय पर संदिग्ध आतंकवादी हमले में मारे गए चार नागरिकों  के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों के सभास्थल पर एक ID ब्लास्ट हुआ है। इसमें भी कई लोग घायल हुए हैं। इसमें मासूम भाई-बहन भी मारे गए। उधर, सोमवार को कई हिंदू सहित कई संगठनों ने राजौरी बंद का ऐलान किया था।वहीं, पुलिस ने CRPF जवान की एके-47 राइफल छीनने वाले युवक को पकड़ लिया है। ADGP कश्मीर विजय कुमार ने कहा- "परिवार की सहायता से पुलिस इरफान बशीर गनी पुत्र सोबा गनी (25) निवासी पुलवामा को एक एके -47 राइफल के साथ वापस ले आई है। उसने इसे,रविवार को CRPF कर्मियों से छीन लिया था। इस मामले की जांच चल रही है। ADGP ने कहा कि गनी को पकड़वाने में उसके परिजनों ने सहयोग दिया, जिसकी भूमिका की सराहना करते हैं। देखें कुछ तस्वीरें

Amitabh Budholiya | Published : Jan 2, 2023 5:21 AM IST / Updated: Jan 03 2023, 07:34 AM IST
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Target Killing: राजौरी में फिर हमला, आतंकवाद के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों के सभास्थल पर ID ब्लास्ट

राजौरी में दूसरे हमले के बाद लोगों का आक्रोशऔर बढ़ गया है। यह ब्लास्ट उसी जगह पर हुआ, जहां लोग रविवार को हुई हत्याओं का विरोध कर रहे थे। LG मनोज सिन्हा ने आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि हमले में शामिल दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

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बता दें कि आतंकवादी कश्मीर में हिंदुओं और बाहरी लोगों को निशाना बना रहे हैं। राजौरी के अलावा अनंतनाग, पुंछ, पुलवामा में ऐसी कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं।

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हिंदुओं की हत्या के विरोध में सनातन धर्म सभा औरइ स्लामिक वेलफेयर आर्गेनाइजेशन ने 2 जनवरी को राजौरी बंद का ऐलान किया है। संगठन ने एक बयान में कहा, "राज्य और केंद्र सरकार द्वारा निर्दोष लोगों की रक्षा करने में विफलता और धंगरी राजौरी इस्लामिक वेलफेयर ऑर्गनाइजेशन में निर्दोषों की हत्याओं ने सभी से अपील की है कि मारे गए लोगों के परिवारों के साथ एकजुटता दिखाते हुए आज बंद का पालन करें।"

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ADGP मुकेश सिंह ने कहा कि पुलिस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है। एक IED भी हटा दिया गया है। सर्च ऑपरेशन चल रहा है।

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रविवार के हमले को लेकर लोगों ने कहा कि रविवार शाम आतंकवादियों ने लोगों को घरों से बाहर निकाला। वे लोगों का आधार कार्ड देख रहे थे। फिर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। पुलिस ने आशंका जताई है कि रविवार शाम फायरिंग के बाद ही आतंकवादियों ने किसी घर में IED छुपाकर रखा होगा।

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 जम्मू-कश्मीर में मुख्यधारा के राजनीतिक दलों ने रविवार शाम राजौरी के एक गांव में अल्पसंख्यक समुदाय के कुछ लोगों पर हुए संदिग्ध आतंकवादी हमले की निंदा की है।

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जम्मू जोन के एडिशनल डायरेक्टर जनरल मुकेश सिंह ने कहा कि पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर हमले के पीछे दो हथियारबंद लोगों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया है।

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जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रविंदर शर्मा ने कहा, "राजौरी में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ पाकिस्तानी समर्थित आतंकवादियों द्वारा किए गए आतंकी हमले की हम कड़ी निंदा करते हैं। यह उनके खिलाफ एक साजिश है।"

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पुलिस ने बताया कि आतंकवादी सुबह 7 बजे के आसपास गांव में आए। पहले घर में घुसे और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद वे 50 मीटर की दूरी पर दूसरे घर में घुस गए और घर में रहने वालों पर अंधाधुंध गोलीबारी जारी रखी।

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राजौरी के धांगरी गांव में हुए आईडी ब्लास्ट में घायल लोगों को अस्पताल पहुंचाते सेना के जवान और स्थानीय लोग।

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राजौरी के धांगरी में हुए आईडी ब्लास्ट में घायल लोगों को पीठ पर लादकर और गोद में उठाकर अस्पताल पहुंचाया गया।

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राजौरी में रविवार को आतंकी हमले में मारे गए अल्पसंख्यकों के परिजनों ने लाश रखकर अपना विरोध जताया। इसे लेकर प्रदर्शन जारी हैं।

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राजौरी में आतंकी हमले में मारे गए अल्पसंख्यकों के परिजन। इस हमले की हर तरफ निंदा हो रही है। आतंकवादी टार्गेट किलिंग कर रहे हैं। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के डांगरी गांव में हुए आतंकवादी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और सरकारी नौकरी देने की घोषणा की। 

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राजौरी के धांगरी में आईडी ब्लास्ट के बाद मौक पर मौजूद लोगों को सुरक्षित निकालते सेना के जवान। इस हमले में कुछ लोग घायल हुए हैं।

ये बहुत दु:ख की बात है कि आतंकवाद अभी भी इस रियासत में चल रहा है। बेगुनाहों को मारा जा रहा है। पूरे देश में जिस तरह की नफरत फैलाई जा रही है, ये उसी का नतीजा है- जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, बडगाम, जम्मू-कश्मीर

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