शौर्यस्थल का निर्माण देश के लोगों को भारतीय सैनिकों की गौरवशाली परंपरा को कहने के लिए किया गया है। इस शौर्यस्थल के निर्माण में तत्कालीन रक्षा मंत्री मनोहर परिकर,पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत, पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल वेद मलिक, पूर्व नौ सेनाध्यक्ष एडमिरल डी के जोशी, पूर्व वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल राहा, धनोआ और भदोरिया, वर्तमान थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे, एडमिरल हरिकुमार और वायुसेनाध्यक्ष एयर चीफ वी एस चौधरी का योगदान रहा है। शौर्यस्थल के लिए वित्तीय सहायता सांसद रहे तरुण विजय ने किया है।