एक हिसाब से कहें तो विजयशांति की भाजपा में यह घर वापसी है। उनका भाजपा से करीब दो दशक पुराना नाता है। वे 1998 में भाजपा में शामिल हुई थीं। हालांकि, आंध्रप्रदेश से तेलंगाना के अलग राज्य बनने के आंदोलन के दौरान उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख के. चंद्रशेखर राव के साथ का किया।