14 अप्रैल के बाद लॉक डाउन की तारीख बढ़ना लगभग तय, ये हैं वो 7 सबसे बड़ी वजह
नई दिल्ली. कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए 25 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन किया गया था। 21 दिनों का यह लॉकडाउन 14 अप्रैल को खत्म हो रहा है। लेकिन समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि केंद्र सरकार राज्य सरकार और विशेषज्ञों की सलाह पर इसे आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। हालांकि, इससे पहले केंद्र सरकार की ओर से कहा गया था कि लॉकडाउन को आगे बढ़ाने का कोई इरादा नहीं है। लेकिन अब इन वजहों के चलते केंद्र सरकार लॉकडाउन को आगे बढ़ा सकती है।
Asianet News Hindi | Published : Apr 7, 2020 11:52 AM IST / Updated: Apr 07 2020, 05:31 PM IST
1- संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ना: अभी तक कोई देश कोरोना वायरस की दवा या टीका तैयार नहीं कर पाया है। ऐसे में सबसे अच्छा इलाज सोशल डिस्टेंसिंग ही माना जा रहा है। कोरोना से निपटने के लिए दुनिया के ज्यादातर देशों ने लॉकडाउन लगाया हुआ है। इनमें भारत भी शामिल है। लेकिन भारत में पिछले कुछ दिनों में तेजी से संक्रमण के मामले बढ़े हैं। भारत में अब तक 4900 से ज्यादा लोग संक्रमित पाए गए हैं। 137 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, सरकार का कहना है कि ज्यादातर मामले दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में हुए तब्लीगी जमात के कार्यक्रम के बाद सामने आए हैं। ऐसे में 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म हुआ तो मामले और तेजी से बढ़ सकते हैं।
2-भारत में अन्य देशों की तुलना में काफी कम टेस्ट हुए : भारत में सोमवार रात 9 बजे तक 1,01,068 सैंपलों का टेस्ट किया गया है। यह द कोरिया, इटली, सिंगापुर जैसे छोटे देशों की तुलना में काफी कम है। ऐसे में माना जा रहा है कि भारत में सभी संक्रमित मरीजों की पहचान नहीं हो सकी है। भारत सरकार ने 5 लाख टेस्ट किट का ऑर्डर दिया है। 8-8 अप्रैल को इनमें से 2.5 लाख मिल जाएंगी। साथ ही जल्दी पॉजिटिव केसों को ट्रेस करने के लिए रैपिड टेस्ट की भी योजना है। अगर लॉकडाउन हट जाता है तो संक्रमित व्यक्तियों से कोरोना और तेजी से फैल सकता है।
3- राज्य सरकारें इसे हटाने के पक्ष में नहीं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की थी। इस दौरान पीएम ने लॉकडाउन हटाने के बारे में सुझाव मांगे थे। ज्यादातर राज्य लॉकडाउन हटाने के पक्ष में नहीं हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने भी इसे आगे बढ़ाने का सुझाव दिया है। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री भी लॉकडाउन हटाने के पक्ष में नहीं हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने भी संकेत दिए हैं कि जब तक राज्य में कोरोना संक्रमण के मामले रहेंगे, वहां लॉकडाउन नहीं हटाया जाएगा।
4- इटली में अभी भी जारी है लॉकडाउन: इटली में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं। यहां भारत से पहले 9 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान किया गया था। हाल ही में इटली सरकार ने इसे और आगे बढ़ा दिया है। वहीं, वुहान में दिसंबर में कोरोना वायरस का पहला मामला आया था। यहां मिड जनवरी से लॉकडाउन है। इसे बुधवार को हटाया जाना है। यानी लगभग चार महीने बाद। ऐसे में भारत भी इटली और चीन से सबक लेकर अभी कुछ दिन और लॉकडाउन बढ़ा सकता है।
5- रिसर्च और विशेषज्ञों की राय: केंद्र सरकार को ज्यादातर विशेषज्ञों ने लॉकडाउन को बढ़ाने की सलाह दी है। इससे पहले कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च सामने आई थी। इसमें दावा किया गया था कि 21 दिन का लॉकडाउन काफी नहीं है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद से तेजी से मामले बढ़ सकते हैं। इस रिसर्च में कहा गया था कि इस लॉकडाउन को 2 या तीन हिस्सों में बढ़ाना कारगार साबित हो सकता है।
6- लोगों को संभालना होगा मुश्किल: पूरे भारत में लॉकडाउन लागू है। लेकिन अभी भी कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जहां लोग कोरोना को गंभीरता से लेते नहीं दिख रहे हैं। ऐसे में लॉकडाउन हटते ही सरकार के लिए लोगों को संभालना मुश्किल हो सकता है और कोरोना का संक्रमण भी बढ़ सकता है। भारत सरकार अभी किसी भी तरह का कोई जोखिम उठाने के पक्ष में नहीं है।
7- 3 महीने के राहत पैकेज: इससे पहले भारत सरकार ने कोरोना संकट से जूझ रही जनता के लिए तमाम आर्थिक मदद की योजनाओं का ऐलान किया था। इन सभी योजनाओं में जनता को तीन महीने की राहत दी गई है। ऐसे में यह माना जा सकता है कि सरकार पहले से इस तैयारी में है कि जरूरत पड़ने पर लॉकडाउन को बढ़ाया जा सके।