कुरैशी ने कहा कि 'ये संगठन उतना ही अच्छा है जितना इसके सदस्य देश इसे देखना चाहते हैं। जम्मू-कश्मीर और फिलीस्तीन मुद्दा यूएन में सबसे लंबे समय से चले आ रहे विवाद हैं। जम्मू-कश्मीर के लोग आज भी इंतजार कर रहे हैं कि संयुक्त राष्ट्र ने उन्हें आत्म निर्णय का अधिकार दिलाने का जो वादा किया है, वो पूरा हो। आज संयुक्त राष्ट्र में सिर्फ बातचीत होती है, जबकि इसके प्रस्तावों और फैसलों का लगातार उल्लंघन होता है। खासकर, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग सबसे निम्नतम स्तर पर है।