कहीं चंद्रयान 2 तो कहीं 50 किलो सोने से निर्मित प्रतिमा, नवरात्रि में देखें मां दुर्गा के भव्य रूप
पूरा देश नवात्रि के चलते भक्तिमय हो गया है। जगह-जगह सजे पंडालों ने भक्तों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित किया है। कहीं सोने से जड़ी मां दुर्गा की प्रतिमा की स्थापना की गई है तो कहीं मोबाइल टॉवर से निकलने वाली UV rays के दुष्परिणाम बताने वाली झांकी सजाई है। इसी कड़ी में वाराणसी में चंद्रयान 2 मिशन की थीम पर पंडाल को सजाया गया है। विषय के साथ एक दुर्गापूजा पंडाल बनाया गया है। पंडाल में इसरो प्रमुख के सिवन का मॉडल भी है। पूजा समिति के राजेश जायसवाल कहते हैं, "हम इसरो के मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन को भी चित्रित करना चाहते थे, इसलिए हमने अंतरिक्ष यात्रियों के मॉडल भी स्थापित किए।
वाराणसी के जैतपुरा स्थित मां बागेश्वरी देवी दुर्गा पूजा समिति द्वारा इस वर्ष इसरो और चंद्रयान पर आधारित पूजा पंडाल और मां दुर्गा को स्थापित किया है।
पंडाल का स्वरूप इसरो के रूप में बनाया गया है। मां बागेश्वरी देवी मंदिर परिसर में बनाए गए पूजा पंडाल की ऊंचाई 85 फीट और 40 फीट चौड़े पूजा पंडाल में इसरो कार्यालय, चंद्र यान-2 और 2021 में लांच होने नाले चंद्रयान-3 बनाया गया है।
वहीं मां दुर्गा समेत पंडाल में इसरो प्रमुख के सिवन का मॉडल भी है। प्रतिमा के पीछे का बैकग्राउंड भी पूरी तरह से ईंट से बनाया है।
कोलकाता में आधुनिकता तरफ बढ़ने की होड़ और हमारे शौक व जरूरत की वजह से प्रकृति को कितना नुकसान हो रहा है। इस झांकी के जरिए कलाकार ने बताने की कोशिश की है।
कोलकाता में दुर्गा पूजा पर 50 किलो सोने से बनी मां दुर्गा की प्रतिमा, करीब 20 करोड़ रुपये कीमत