पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में विकास दुबे से पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि पुलिसवालों के शवों को जलाकर सबूत मिटाने की योजना थी। मैंने सभी साथियों को अलग-अलग भागने के लिए कहा। चौबेपुर के अलावा दूसरे थानों में भी मेरे मददगार थे। विकास ने पुलिस के लूटे हुए हथियारों के बारे में भी बताया। पुलिसकर्मियों के शव को जलाने के लिए तेल लाए थे। हमें खबर थी कि पुलिस सुबह आएगी। लेकिन पुलिस सुबह की बजाय रात में ही आ गई।