नई दिल्ली. उत्तर भारत; जम्मू-कश्मीर(Jammu and Kashmir) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में बर्फबारी ने पहाड़ों को सफेद चादर ओढ़ा दी है। अब बर्फबारी का असर देश के निचले राज्यों पर दिखाई देगा। शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया। पूरी कश्मीर घाटी ठंड से ठिठुरने लगी है। ऐसा ही हाल हिमाचल प्रदेश का हो रहा है। बर्फबारी के चलते ट्रैफिक पर भी असर पड़ा है। हिमाचल प्रदेश में मनाली-लेह मार्ग बंद करना पड़ा है। जम्मू संभाग के पुंछ से कश्मीर को जोड़ने वाला मुगल रोड के अलावा बांडीपुर-गुरेज, कुपवाड़ा-करनाह मार्ग भी बंद हो गया है। देखें कुछ तस्वीरें...
बता दें कि भारतीय मौसम विभाग(IMD) ने पहले ही 4 और 5 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) के असर से कश्मीर में बर्फबारी की संभावना जताई थी। इसके बाद 5 नवंबर की सुबह से मौसम बदलना शुरू हुआ।
पहली तस्वीर शिमला की है। Photo by: Harish Sharma
दूसरी तस्वीर कश्मीर की है। फोटो क्रेडिट-Dr.GN Itoo
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यह तस्वीर twitter पर Kashmirreview पेज पर शेयर की गई है। इसमें लिखा गया कि गुलमर्ग(Gulmarg) के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट(Ski resort) में ताजा बर्फबारी के दौरान खेलता पर्यटकों का एक समूह। फोटो क्रेडिट-Sajad hameed
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यह तस्वीर twitter पर kashmiri pandit पेज पर शेयर की गई है। इसमें लिखा गया-ताजा बर्फबारी के बाद बांदीपोरा-गुरेज मार्ग फिर से बंद हो गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को गुरेज घाटी में ताजा बर्फबारी के बाद बांदीपोरा-गुरेज मार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया।
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यह तस्वीर twitter पर शेयर की गई है। इसमें लिखा गया-उत्तरी कश्मीर के सोपोर कस्बे में बारिश के बीच टहलते हुए कॉलेज की छात्राएं। कश्मीर के मैदानी इलाकों में शुक्रवार को लगातार बारिश हुई, जबकि ऊपरी इलाकों में बर्फबारी हुई।
फोटो क्रेडिट-वारिस फैयाज़ू
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कश्मीर घाटी में बर्फबारी का असर अब मध्यभारत तक दिखाई देगा। पंजाब, से लेकर दिल्ली तक मौसम बदलना शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 2-3 दिनों में ठंड जोर पकड़ना शुरू करेगी। फोटो क्रेडिट-Sajad hameed
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कश्मीर घाटी में अभी भी रुक-रुककर बर्फबारी और बारिश हो रही है। इससे जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। बता दें कि उत्तर भारत में बर्फबारी का असर दूसरे राज्यों पर पड़ता है।
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कश्मीर घाटी में चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर नजर आ रही है। आमतौर पर दिवाली के बाद मौसम करवट लेना शुरू करता है। धीरे-धीरे ठंड का प्रकोप बढ़ता जाता है।