महाराष्ट्र-गुजरात तक बाढ़ का कोहराम, खौफ की लहर से कांपते ये 4 राज्य
नई दिल्ली. महाराष्ट्र, गुजरात, केरल और कर्नाटक में अभी भी बाढ़ से जंग जारी है। एमडीआरएफ की टीम द्वारा बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकाला जा रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को भी इन राज्यों में बारिश के आसार नजर आ रहे हैं। इस बाढ़ ने महाराष्ट्र और गुजरात के लोगों की जिंदगी को मुशीबत से भर दिया है। महाराष्ट्र से अब तक 1.43 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है। लेकिन अभी भी जवानों द्वारा बचाव कार्य जारी है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रेलवे ने बाढ़ से प्रभावित तीन राज्यों के लिए राहत सामग्री ले जाने पर कोई चार्ज ना लेने का ऐलान किया है।
गुजरात में बाढ़ से त्राहि-त्राहि लोग हो गए हैं। राज्य में अब तक बाढ़ की चपेट में आने से 98 लोगों की मौत हो चुकी है। गुजरात में मोरबी और जामनगर में सैलाब का ही संकट है। मोरबी में एक हॉस्टल में करीब 53 छात्राएं फंसी थीं, जिन्हें जवानों ने हनुमान की तरह कंधे पर बिठाकर रेस्क्यू किया। यहां के लोगों पर बाढ़ की आफत इस तरह से आई कि सब कुछ तबाह हो गया और 98 लोगों की मौत हो गई। वहीं जामनगर भी बाढ़ से प्रभावित है। इस दौरान वायु सेना का हेलिकॉप्टर लोगों के बचाव के लिए पहुंचा। जवानों को जानकारी मिली थी कि एक घर में 10 लोग फंसे थे जिन्हें जवानों ने सुरक्षित निकाला। गुजरात के सूरत से भी 700 लोगों का सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
कर्नाटक के 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। राज्य में 11 लोग अब तक अपनी जान गवां चुके हैं। कर्नाटक में कृष्णा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। 51 तहसीलों में 44 हजार लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। 272 राहत शिविरों में करीब 17 हजार लोगों को रखा गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया था। रविवार को गृह मंत्री अमित शाह कर्नाटक के हवाई दौरे पर जाएंगे।
केरल में भारी बारिश और बाढ़ के चलते 40 लोगों की मौत हो चुकी है। 22 हजार लोगों से अधिक लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ और भारतीय सेना के जवानों द्वारा लोगों का बचाव कार्य जारी है। लेकिन कहा जा रहा है कि अभी भी रविवार को बारिश के आसार हैं। केरल के करीब 15 जिले बाढ़ की चपेट में है।
महाराष्ट्र में भी बाढ़ की तबाही से लोग जूझ रहे हैं। राज्य के कोल्हापुर और सांगली में सबसे ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। महाराष्ट्र में अब तक करीब 30 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही कई इलाकों में दूध, पानी, सब्बजियों के साथ-साथ एटीम मशीन से पैसे तक खत्म हो चुके हैं। राज्य में लोगों की मदद के लिए डिब्बे वाले सामने आए हैं। उन्होंने लोगों को खाना और जरूरत की चीजें पहुंचाने का फैसला लिया है। रेस्क्यू टीम के एक जवान ने बताया कि कोल्हापुर में करीब 2-ढाई हजार लोगों के फंसे होने की संभावना है, जिसमें से उन्होंने 1-ढेड़ हजार लोगों का रेस्क्यू कर लिया है। वे एक दिन में करीब 300 लोगों का रेस्क्यू कर पाते हैं। महाराष्ट्र सरकार ने राहत के लिए 154 करोड़ रुपए जारी किए हैं। वहीं शिरडी ट्रस्ट ने 100 करोड़ रुपए की मदद की राशि का ऐलान किया है।