राहुल ने बताया कि जब उन्होंने विकास दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी, तो पुलिस कोई ऐक्शन लेने की बजाय उन्हें विकास दुबे के पास लेकर गई थी। इसके बाद विकास ने उन्हें बुरी तरह से पीटा था। उन्होंने बताया कि गैंगस्टर ने जब अपनी राइफल का बैरल उनकी छाती पर रखा था और ट्रिगर दबाने वाला था, तभी एसएचओ चौबेपुर विनय तिवारी ने उसे रोक दिया। एसएचओ ने राहुल का जनेऊ हाथ में लेकर विकास से निवेदन किया कि पंडितों पर कलंक लग जाएगा कि घर बुलाकर मार दिया।'