जोशीमठ के डूबने का सबसे बड़ा कारण यहां की जियोग्राफी है। यह शहर भूस्खलन के मलबे पर बसा है। यहां की जमीन की बोझ उठाने की क्षमता कम है। विशेषज्ञों ने लंबे समय से चेतावनी दी है कि जोशीमठ में बहुत अधिक निर्माणकार्य हो रहे हैं। यहां की जमीन इतना बोझ नहीं उठा पाएगी। बहुत अधिक घरों के निर्माण, पनबिजली परियोजनाओं और राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण ने पिछले कुछ दशकों में ढलानों को बहुत अधिक अस्थिर बना दिया है।