पाउला ने टोक्यो ओलंपिक टाल दिए जाने के बाद मेडिकल स्टाफ की कमी को देखते हुए उन्होंने दोबारा हॉस्पिटल ज्वाइन कर लिया। हालांकि पाउला कहती हैं कि आर्थोपेडिक डॉक्टर होने की वजह से वो फ्रंटलाइन में बहुत ज्यादा काम नहीं आ पा रही हैं, लेकिन जहां भी जरूरत होती है, इस महामारी के दौरान वे वहां अपने साथी डॉक्टरों की मदद कर रही हैं।