आयशा ने सुसाइड करने से पहले अपने परिजनों को भी आखिर बार कॉल किया था। जहां उसने कहा कि वह इस दुनिया को छोड़कर जा रही है। पैरेंट्स ने उसे बहुत समझाया, लेकिन वह नहीं मानी। कहा कि वह अपनी जिंदगी से बहुत दुखी है और अब जीना नहीं चाहती हूं। अब बहुत हो चुका है इसलिए जा रही हूं। आयशा ने अपनी आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। बस उसने यही कहा था कि वह आरिफ से बहुत प्यार करती है, अगर वो नहीं करता तो कोई बात नहीं। मैं ऊपर जा रही हूं, अगले जन्म में किसी इंसान की शक्ल मत दिखाना।"ऐ प्यारी सी नदी, मुझे अपने में समा ले। ''दुआ में याद रखना'' कहते हुए ब्रिज से साबरमती नदी में छलांग लगा दी।