कितनी खूबसूरत ये तस्वीर है, ये कश्मीर है

श्रीनगर(जम्मू-कश्मीर). ये तस्वीरें जन्नत कही जाने वाली कश्मीर घाटी की हैं। चारों ओर सफेद चादर यानी बर्फ से ढंकी कश्मीर घाटी में मौसम का ऐसा बर्फीला मिजाज 60 साल बाद देखने को मिला है। कश्मीर और लद्दाख में नवंबर में पहली बार 300 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। वहीं कुछ दिनों से जम्मू सहित कुछ अन्य इलाकों में ओलावृष्टि ने हाड़ कंपाने वाली ठंड कर दी है। यहां पश्चिमी हवाओं की अठखेलियों ने पूरी घाटी को 'शांति' के रंग में रंग दिया है। यानी सफेद चादर ओढ़ा दी है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्विमी  हवाओं और अरब सागर में उठे महासाइक्लोन के फ्यूजन से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में यह मौसम देखने को मिल रहा है। इसका असर हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड पर भी पड़ा है।

Asianet News Hindi | Published : Nov 29, 2019 8:08 AM IST

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कितनी खूबसूरत ये तस्वीर है, ये कश्मीर है
आपको बता दें कि घाटी में इस सीजन की पहली बर्फबारी 7 और 8 नवंबर हुई थी। तब 24 घंटों में 4 फीट तक बर्फ की परत जम गई थी। इसके बाद फिर 11 नवंबर को मौसम बदला। इसके बाद से तो जैसे लगातार मौसम ठंडी आहें भर रहा है।
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मौसम विभाग के अनुसार पश्विमी हवाओं का असर कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों पर पड़ा। वहीं पाकिस्तान से आई उत्तरी हवाओं ने जम्मू-कश्मीर के बाकी हिस्सों को सर्द बना दिया।
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पिछले कुछ दिनों से मौसम के इस मिजाज के कारण घाटी का तापमान लगातार नीचे गिरता जा रहा है। शीतलहर ने लोगों को घरों में कैद कर दिया है। सड़कों पर जमी बर्फ के कारण वाहनों के पहिये थम गए हैं। सबसे ज्यादा बर्फबारी श्रीनगर और आसपास देखने को मिली है।
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घाटी मे आमतौर पर जनवरी में ही तापमान जीरो पर जाता रहा है। लेकिन ऐसा 60 साल बाद देखने को मिला कि नवंबर में ही बर्फ ने घाटी को जमा दिया। तापमान जीरो से नीचे लुढ़क गया। यानी दो तरफ से आईं हवाओं ने 300 प्रतिशत बारिश करा दी।
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मौसम विभाग के अनुसार, इससे पहले नवंबर 1959 में ऐसी बारिश देखने को मिली थी। तब कश्मीर में 64.3 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। हालांकि घाटी के लिए यह कोई अजूबी घटना नहीं है।
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मौसम विभाग की मानें तो कुछ दिनों में घाटी में मौसम का मिजाज सुधरेगा। दिसंबर में मौसम का नया चक्र देखने को मिलेगा। पिछले साल 2 नवंबर को श्रीनगर में बर्फबारी हुई थी।
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