दिल दहला देने वाला मंजर: पिता और चाचा की लाश लेने पहुंचा 8 साल का बच्चा, गूंज रही थीं सिसकियां व चीखें

दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में रविवार के दिन अनाज मंडी स्थित अवैध फैक्ट्री में हुए अग्निकांड में 43 जिंदगियां मौत के मुंह में समा गईं। इस दर्दनाक हादसे ने कई परिवार तबाह हो गए। कई ऐसे लोगों की मौत हुई है, जो अपने घर के मुखिया थे। उनकी वजह से ही परिवार का खर्च चलता था। अब आलम यह है कि उनके घर में चूल्हा कैसे जलेगा। ऐसा ही एक परिवार यूपी के मुरादाबाद जिले का है। जिसमें दो सगे भाई इस अग्निकांड में दफन हो गए। दो दिन बाद जब परिजन अपनो के शव लेने के लिए अस्पताल पहंचे तो उनकी चीखें और सिसकियां वहां मौजूद हर शख्स के कानों में गूंज रही थीं।

Asianet News Hindi | Published : Dec 10, 2019 6:11 AM IST / Updated: Dec 10 2019, 11:51 AM IST
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दिल दहला देने वाला मंजर: पिता और चाचा की लाश लेने पहुंचा 8 साल का बच्चा, गूंज रही थीं सिसकियां व चीखें
मारे गए दोनों भाई इस फैक्ट्री में बैग बनाकर अपने घर पैसे भेजते थे। लेकिन अब दोनों की एक साथ लाश पहुंची तो पूरा गांव स्तब्ध था। हर किसी के आंख में आसूं थे।
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इस अग्निकांड में मारे गए दो सगे भाईयों के शव को लेने के लिए सोमवार के दिन उनके परिवार का सबसे छोटा सदस्य पहुंचा। मासूम के साथ बुजुर्ग नाना-नानी भी थे।
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जह अस्पताल की मोर्चरी में यह 8 साल का बच्चा पहुंचा तो वहां मौजूद हर शख्स की आंखों में आंसू थे। मासूम कभी अपने पिता की लाश देखता तो कभी अपने चाचा के शव को नम आंखों से निहारता।
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मीडिया से बातचीत के दौरान इस बच्चे ने अपना नाम अली अहमद बताया। वहीं हादसे में मारे गए पिता का नाम इमरान अहमद और चाचा का नाम इकराम बताया।
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इस अग्निकांड में कई परिवार तबाह हो गए। हादसे में मारे गए लोगों के शव को लेने के लिए उनके परिजन पहुंच रहे हैं। अस्पताल की मोर्चरी में आलम यह कि किसी का बच्चा पापा-पापा कहते हुए रो रहा है। तो किसी की पत्नी और मां बुरी तरह चीख रहे हैं।
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