CAB के जबरदस्त विरोध की वजह से शादियों पर पड़ा असर, दुल्हन तक बारात नहीं ले जा पा रहे हैं दूल्हे
कोलकाता: नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएबी) पर पूर्वोत्तर में उग्र विरोध प्रदर्शन चल रहा है। असम सहित कई राज्यों में लोग सड़कों पर प्रोटेस्ट कर रहे हैं जिस कारण बंद की स्थिति है। पर ऐसे में त्रिपुरा में कुछ शादी समारोह की खुशिया मिट्टी में मिल गईं। बंद होने के कारण दूल्हे निराश खड़े हैं कि वो बारात लेकर निकलें तो कैसे निकलें?
Asianet News Hindi | Published : Dec 11, 2019 11:56 AM IST / Updated: Dec 11 2019, 05:39 PM IST
प्रदर्शन में राजनीतिक पार्टियों के साथ ही छात्र और नागरिक संगठन भी शामिल हैं। CAB के विरोध की वजह से त्रिपुरा में बड़े पैमाने पर सामजाइक आयोजनों और शादियों पर इसका असर पड़ा है। जगह जगह बंदी होने की वजह से शादियों के लिए बारात निकालने में मुश्किल हो रही है। प्रशासन ने भी इस मामले में सहयोग देने से माना कर दिया है।
त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में भी बंद का काफी असर देखा जा सकता है। स्कूल कॉलेज बंद हैं। दूल्हा बारात बारात लेकर दुल्हन के घर नहीं पहुंच पा रहा है। जिनके घर में शादियां हैं उन्होंने प्रशासन से सुरक्षा और मदद मांगी, लेकिन प्रशासन ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं।
CAB की वजह से राज्य में कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसी भी तरह की अफवाह न फैले इसके लिए त्रिपुरा में एसएमएस और इंटरनेट की सुविधाओं पर पाबंदी लगा दी गई है। असम, त्रिपुरा के अलावा मेघालय, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड में भी बिल का जोरदार विरोध किया जा रहा है।
बताते चलें कि नागरिक संशोधन बिल लोकसभा में पास हो चुका है। नरेंद्र मोदी सरकार इसे राज्यसभा में भी पास कराना चाहती है। राज्यसभा में ये बिल पास होने के बाद कानून का रूप ले लेगा। विपक्षी पार्टियों ने बीजेपी के इस बिल को संविधान की आत्मा और अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताया है। हालांकि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बिल को लेकर साफ किया है कि ये देश के अल्पसंख्यकों के विरुद्ध नहीं है।