सोलन, हिमाचल प्रदेश. बॉर्डर पर देश की सुरक्षा के लिए मुस्तैद 29 वर्षीय जवान बिलजंग गुरुंग का मंगलवार को सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ सोलन जिले के सुबाथू स्थित रामबाग में अंतिम संस्कार किया गया। गुरुंग सियाचिन के ग्लेशियर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्यूटी के दौरान बर्फ की खाई में गिरने पर शहीद हो गए थे। उनकी पत्नी 8 माह की गर्भवती है। अपने पति की अंतिम विदाई पर वो श्मशान घाट पर भी नहीं जा सकी। उसने वीडियो कॉल पर पति के अंतिम दर्शन किए। वहीं, बेटे की चिता देखकर मां का कलेजा फट पड़ा। गुरुंग भारतीय सेना में गोरखा प्रशिक्षण केंद्र (GTC) में 3/1 जीआर के जवान थे।